निवेश आकर्षित करने के लिए भारत उठा सकता है यूएस-चाइना ट्रेड वॉर का फायदा: USIBC अध्यक्ष
हम विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक संकट को देख रहे हैं इसलिए यह आश्चर्यजनक नहीं है कि भारत भी कुछ चुनौतियों का सामना कर रहा है। (PC ANI)
By Pawan JayaswalEdited By: Published: Wed, 04 Sep 2019 10:24 AM (IST)Updated: Wed, 04 Sep 2019 10:24 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। यूएस-इंडिया बिजनेस कौंसिल (USIBC) की अध्यक्ष निशा बिस्वाल का कहना है कि भारत यूएस-चाइना ट्रेड वॉर का फायदा उठाकर निवेश को आकर्षित कर सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत को निवेश को आकर्षिक करने के लिए बहुत कुछ करना होगा। बिस्वाल ने इंडियन ओशियन कॉन्फ्रेंस से इतर न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया कि भारत इस समय अर्थव्यवस्था से जुड़ी चुनौतियों का सामना कर रहा है और कंपनियां चीन में निवेश करने से कतरा रही हैं।
बिस्वाल ने कहा, "हम सब एक वैश्विक वातावरण में हैं, जहां हम विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक संकट को देख रहे हैं, इसलिए यह आश्चर्यजनक नहीं है कि इंडिया भी कुछ चुनौतियों का सामना कर रहा है। मुझे लगता है कि भारत इस वैश्विक वातावरण में भी फायदा उठा सकता है, जहां यूएस-चाइना ट्रेड वॉर के कारण कंपनियां चीन में निवेश करने से कतरा रही हैं। इस समस्या के समाधान के लिए उन्हें भारत की ओर देखना चाहिए, लेकिन वे उतने महत्वाकांक्षी नहीं हैं। भारत को उन कंपनियों को आकर्षित करने के लिए और अधिक करने की आवश्यकता है।"
बिस्वाल ने इस बातचीत में भारत-अमेरिका के बीच व्यापार अंसतुलन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "मैं यह जानती हूं कि राष्ट्रपति व्यापार असंतुलन पर ध्यान दे रहे हैं, लेकिन मैं यह कहना चाहूंगी कि भारत और अमेरिका का चीन के साथ कहीं ज्यादा व्यापार असंतुलन है बजाय एक दूसरे के।
बिस्वाल ने कहा, "हम सब एक वैश्विक वातावरण में हैं, जहां हम विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक संकट को देख रहे हैं, इसलिए यह आश्चर्यजनक नहीं है कि इंडिया भी कुछ चुनौतियों का सामना कर रहा है। मुझे लगता है कि भारत इस वैश्विक वातावरण में भी फायदा उठा सकता है, जहां यूएस-चाइना ट्रेड वॉर के कारण कंपनियां चीन में निवेश करने से कतरा रही हैं। इस समस्या के समाधान के लिए उन्हें भारत की ओर देखना चाहिए, लेकिन वे उतने महत्वाकांक्षी नहीं हैं। भारत को उन कंपनियों को आकर्षित करने के लिए और अधिक करने की आवश्यकता है।"
बिस्वाल ने इस बातचीत में भारत-अमेरिका के बीच व्यापार अंसतुलन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "मैं यह जानती हूं कि राष्ट्रपति व्यापार असंतुलन पर ध्यान दे रहे हैं, लेकिन मैं यह कहना चाहूंगी कि भारत और अमेरिका का चीन के साथ कहीं ज्यादा व्यापार असंतुलन है बजाय एक दूसरे के।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें