75वें साल में ब्रिटेन को पछाड़ दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है भारत!
आजादी के 75वें साल में ब्रिटेन को पछाड़कर भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। आईएमएफ के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था 3.18 ट्रिलियन डॉलर की थी जबकि इस अवधि में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था का आकार 3.19 ट्रिलियन डॉलर का था।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आजादी का 75वां साल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए शुभ साबित होता दिख रहा है। 75वें साल में भारत ब्रिटेन को पछाड़ कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। वहीं, इस साल भारत तमाम चुनौतियों के बावजूद सबसे तेज गति से विकास करने वाला देश बन जाएगा और यह सिलसिला अगले साल भी जारी रहेगा। आजादी के 75वें साल में भारत ने पहली बार 400 अरब डॉलर से अधिक का निर्यात किया। चालू वित्त वर्ष में यह निर्यात 500 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।
आईएमएफ के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था 3.18 ट्रिलियन डॉलर की थी, जबकि इस अवधि में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था का आकार 3.19 ट्रिलियन डॉलर का था। इस लिहाज से भारत अर्थव्यवस्था के आकार के मामले में ब्रिटेन से मामूली रूप से ही पीछे है। आईएमएफ के अनुमान के मुताबिक वर्ष 2022 में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 3.38 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच पाएगी, जबकि भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 3.53 ट्रिलियन डॉलर का हो जाएगा। इसकी एक बड़ी वजह है कि पिछले दो साल साल से महामारी और अब वैश्विक उथल-पुथल के बावजूद भारत दुनिया का सबसे तेज गति से विकास करने वाला देश बनने जा रहा है।
आईएमएफ के अनुमान के मुताबिक आजादी के 75वें साल में भारत 7.4 फीसद की दर से विकास करेगा जबकि अमेरिका की विकास दर नकारात्मक बढ़ोतरी ले रही है। ब्रिटेन समेत यूरोप के अन्य देशों में भी मंदी दस्तक दे रही है। इतना ही नहीं, अगले साल यानी कि वित्त वर्ष 2023-24 में भी भारत 6.1 फीसद की बढ़ोतरी के साथ सबसे तेज गति से विकास करने वाला देश बना रहेगा।तभी वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को भी पूरा विश्वास है कि जल्द ही भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार ब्रिटेन से बड़ा हो जाएगा।
उन्होंने शनिवार को बताया कि हम ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को पार करने के रास्ते पर निकल पड़े हैं और जल्द ही उसे पीछे छोड़ देंगे। भारत वर्ष 2019 में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया था, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से वर्ष 2021 में मामूली रूप से पीछे हो गया। अभी भारत से आगे अमेरिका, चीन, जापान, जर्मनी और ब्रिटेन हैं। हालांकि, भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए वित्त वर्ष 2026-27 का इंतजार करना पड़ सकता है। पहले भारत को वर्ष 2025 तक पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने की बात सरकार की तरफ से कही जा रही थी।
75वें साल में निर्यात में पताका फहराया
वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने पहली बार 400 अरब डॉलर से अधिक का वस्तु निर्यात किया। पिछले 15 सालों में भारतीय वस्तुओं के निर्यात ने 300 का आंकड़ा तो कई बार छुआ, लेकिन 400 अरब डॉलर के स्तर को भी पार नहीं किया। वित्त वर्ष 2022-23 में वस्तु निर्यात का आंकड़ा 500 अरब डॉलर तक जा सकता है क्योंकि चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीने में पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले वस्तु के निर्यात में 20.3 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।