RBI डिप्टी गवर्नर की सेलेक्शन प्रक्रिया में 12 आवेदकों को किया गया शॉर्टलिस्ट
आरबीआई एक्ट के मुताबिक केंद्रीय बैंक में 4 डिप्टी गवर्नर होने चाहिए
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। आरबीआई डिप्टी गवर्नर एसएस मुंद्रा के इस्तीफे के बाद से खाली हुए आरबीआई के डिप्टी गवर्नर पद के लिए आए 37 आवेदनों में से 12 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। आपको बता दें कि डिप्टी गवर्नर एसएस मुंद्रा का पद 31 जुलाई 2017 से रिक्त है। बीते वर्ष उनका तीन साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। इस पद के लिए जिन 12 लोगों को शॉर्टलिस्ट किया गया है उनमें पब्लिक सेक्टर बैंकर्स और आईएएस ऑफिसर्स भी शामिल है।
आरबीआई एक्ट के मुताबिक केंद्रीय बैंक में 4 डिप्टी गवर्नर होने चाहिए, जिनमें दो रैंक के भीतर का, एक वाणिज्यिक बैंकर और एक अर्थशास्त्री शामिल होता है जो कि मौद्रिक नीति विभाग का नेतृत्व करता है। इस साल की शुरुआत में मंत्रालय की वेबसाइट पर प्रकाशित नोटिस के अनुसार, आवेदकों को बैंकिंग और वित्तीय बाजार परिचालन में कम से कम 15 वर्ष का अनुभव होना चाहिए।
शॉर्टलिस्ट किये गये आवेदकों में आईडीबीआई बैंक के सीईओ एम के जैन और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्ट्स बी श्रीराम और पी के गुप्ता शामिल हैं। इनमें डिपार्टमेंट ऑफ इंवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (डीपम) के सचिव नीरज गुप्ता और स्किल डेवेलप्मेंट एंड आन्त्रप्रेन्योरशिप मंत्रालय के सचिव केपी कृष्णन भी शॉर्टलिस्ट किये गये हैं।
साथ ही इनमें यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन अरुण तिवारी, कैनरा बैंक के सीईओ राकेश शर्मा और आंध्रा बैंक के सीईओ सुरेश पटेल भी शॉर्टलिस्ट हुए हैं। हालांकि इस पद के लिए पिछले साल 29 जुलाई को साक्षात्कार किए गए थे, लेकिन सरकार ने इस साल जनवरी में फिर से इस प्रक्रिया को शुरू करने का फैसला किया है।