GST कंपोजीशन स्कीम में सबसे ज्यादा व्यापारी उत्तर प्रदेश से
देशभर में लगभग 17 लाख व्यापारियों ने जीएसटी कंपोजीशन स्कीम ली है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में उत्तर प्रदेश का योगदान भले ही दस फीसदी से कम हो लेकिन जीएसटी के लिए देश में जितने भी नए पंजीकरण हुए हैं उसमें 13 प्रतिशत यूपी से हैं। खास बात यह है कि जीएसटी की कंपोजीशन स्कीम में यूपी के सबसे ज्यादा व्यापारी हैं।
वित्त मंत्रालय के अनुसार 31 जनवरी 2018 तक जीएसटी में 36.74 लाख नए करदाताओं ने पंजीकरण कराया है जिसमें से 4.90 लाख यूपी में हैं। इस मामले में यूपी देशभर में दूसरे नंबर पर है। सिर्फ महाराष्ट्र ही यूपी से आगे है जहां पांच लाख नए असेसी ने जीएसटी के लिए पंजीकरण कराया है। यह तथ्य इसलिए चौंकाने वाला है क्योंकि उत्तर प्रदेश में आम धारणा है कि राज्य में औद्योगिक एवं व्यापारिक गतिविधियां कम हैं। सूत्रों का मानना है कि अब तक बड़ी संख्या में जो डीलर कर के दायरे से बाहर थे, जीएसटी लागू होने के बाद उन्हें भी इस नए परोक्ष कर में पंजीकरण कराना पड़ा है।
मंत्रालय ने हाल में जीएसटी के पंजीकरण और रिटर्न के संबंध में आंकड़े जारी किए। इन आंकड़ों को देखने पर पता चलता है कि जीएसटी की कंपोजीशन स्कीम में सर्वाधिक डीलर यूपी के हैं। देशभर में लगभग 17 लाख व्यापारियों ने जीएसटी कंपोजीशन स्कीम ली है जिसमें से लाख डीलर अकेले उत्तर प्रदेश में हैं। इतनी बड़ी तादाद में कंपोजीशन स्कीम में किसी भी राज्य से कंपोजीशन डीलर नहीं हैं।
हालांकि सूत्रों का कहना है कि जिस तरह कुछ व्यापारी कंपोजीशन स्कीम का दुरुपयोग कर टैक्स बचाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में राज्य के अधिकारियों के समक्ष इसका दुरुपयोग रोकना भी बड़ी चुनौती है।
हालांकि जीएसटी के अनुपालन के संबंध में यूपी का अब तक का प्रदर्शन अन्य राज्यों की अपेक्षा बेहतर रहा है। राज्य में हर माह 70 प्रतिशत से अधिक व्यापारियों ने जीएसटीआर-3बी फार्म भरा है। इस मामले में यूपी का प्रदर्शन महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों से भी बेहतर रहा है।