इस साल बढ़ेगी भारत की जीडीपी ग्रोथ, कम होगी चीन की रफ्तार: आईएमएफ
आईएमएफ की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले वर्षों में भारत की ग्रोथ के बढ़ने की संभावना ज्यादा है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा है कि नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) जैसे दो झटकों के बाद अब भारत की अर्थव्यवस्था बढ़नी चाहिए, जबकि चीन की अर्थव्यवस्था में गिरावट जारी रहने की संभावना है।
अगले सप्ताह अर्जेंटीना में आयोजित होने वाली जी-20 की वित्त मंत्रियों की बैठक से पहले अपने जी-20 निगरानी नोट "वैश्विक संभावनाएं और नीतिगत चुनौतियां" में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा वैश्विक ग्रोथ के वापस कमजोर रुख की ओर लौटने का अनुमान है।
अमेरिका में कर बदलावों और ऊंचे संघीय वित्तीय खर्च तथा बेहतर बाह्य मांग के चलते अर्थव्यवस्था में ऊंची वृद्धि का अनुमान है। इसमें कहा कहा है कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति थोड़ा विषम जान पड़ती है। आईएमएफ के सर्विलांस नोट में कहा गया, “चीन में राजकोषीय प्रोत्साहन उपायों की संभावित वापसी और कर्ज मांग के कमजोर पड़ने को देखते हुए चीन में आर्थिक वृद्धि के धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है, जबकि नोटबंदी और जीएसटी क्रियान्वयन जैसे दो महत्वपूर्ण झटकों के बाद भारत की आर्थिक वृद्धि में तेजी का रुख दिखाई देता है।”
अगर उभरते हुए यूरोप की बात करें तो यूरोपीय क्षेत्र में मजबूत निर्यात मांग के बीच गतिविधियां सुस्त रहेगी, जबकि ब्राजील और रूस में अर्थव्यवस्था में सुधार और मजबूत होने की उम्मीद है। उपभोक्ता जिंस का निर्यात लगातार कमजोर बना रहने का अनुमान है। पश्चिम एशिया और उप-सहारा अफ्रीका क्षेत्र में मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों और नागरिक असंतोष के चलते वृद्धि में नरमी रह सकती है।