वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड नाम को आइडिया शेयरधारकों ने दी मंजूरी
एजेंडे के अनुसार शेयरधारकों के समक्ष रखा गया नया नाम दोनों कंपनियों की मर्जर (विलय) प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही प्रभावी होगा
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। देश की प्रमुख टेलिकॉम ऑपरेटर कंपनी आइडिया सेल्युलर ने वोडा-आइडिया के मर्जर से बनने वाली कंपनी के लिए वोडाफोन आइडिया लिमिटेड नाम को मंजूरी दे दी है। साथ ही कंपनी की जनरल मीटिंग (आमसभा) में 15,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना को भी मंजूरी दी गई।
एजेंडे के अनुसार शेयरधारकों के समक्ष रखा गया नया नाम दोनों कंपनियों की मर्जर (विलय) प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही प्रभावी होगा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) बंबई को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा है कि आमसभा में कंपनी के नाम में बदलाव और निजी नियोजन के आधार पर गैर परिवर्तनीय प्रतिभूतियों के मुद्दे को मंजूरी दी गई। आइडिया और वोडाफोन अपने कारोबार का विलय करने जा रही हैं। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि दूरसंचार विभाग की ओर से विलय को मंजूरी अंतिम चरण में है।
हालांकि यह बात भी सामने आई है कि इन दोनों कंपनियों की मर्जर प्रक्रिया 30 जून की निर्धारित समय सीमा से चूक सकती है, क्योंकि दूससंचार विभाग (डॉट) इस डील के पूरा होने से पहले वोडाफोन से 4,700 करोड़ की मांग करने पर विचार कर रहा है।
आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला का नाम नई कंपनी के नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन पद के लिए प्रस्तावित किया गया है, हालांकि वो इस मीटिंग के दौरान मौजूद नहीं थे। यह बैठक आइडिया के एमडी (मैनेजिंग डायरेक्टर) और सीईओ हिमांशु कपानिया की मौजूदगी में हुई। गौरतलब है कि इन दोनों कंपनियों के मर्जर को टेलिकॉम सेक्टर की नई एंट्री रिलायंस जियो की ओर से मिली कड़ी प्रतिस्पर्धा का परिणाम माना जा रहा है।