आइसीआइसीआइ सहित तमाम बैंकों ने घटाई कर्ज की दरें
आइसीआइसीआइ बैंक सहित देश के निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंकों ने बेस रेट में कमी की है। मंगलवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) की ओर से रेपो रेट को घटाने के बाद बैंकों ने कर्ज की दरों में यह कटौती की है।
नई दिल्ली। आइसीआइसीआइ बैंक सहित देश के निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंकों ने बेस रेट में कमी की है। मंगलवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) की ओर से रेपो रेट को घटाने के बाद बैंकों ने कर्ज की दरों में यह कटौती की है।
देश में निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक आइसीआइसीआइ ने 0.35 फीसद की कटौती करकेबेस रेट 9.35 फीसद कर दिया है। बैंक की नई दरें पांच अक्टूबर से प्रभावी होंगी। इससे ग्राहकों के लिए बैंक का होम और ऑटो लोन सस्ता हो जाएगा। यस बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक ने भी बेस रेट में 25-25 आधार अंकों की कमी की है। गुरुवार को बेस रेट घटाने वालों में एसएसबीजे, इलाहाबाद बैंक, देना बैंक, सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र सहित कई पब्लिक सेक्टर के बैंक भी शामिल रहे। पंजाब एंड सिंध बैंक ने बुधवार रात बेस रेट में 0.25 फीसद की कटौती का एलान किया था।
रिजर्व बैंक की घोषणा के बाद सबसे पहले एसबीआइ ने 0.40 फीसद की कमी कर अपने बेस रेट को 9.30 फीसद कर दिया है, जो सभी बैंकों में सबसे सस्ती कर्ज दर है। बीते दिन भी एक्सिस, पीएनबी समेत तमाम बैंकों ने बेस रेट में कटौती की थी।
बैंक , नया बेस रेट , कमी
आइसीआइसीआइ , 9.35 , 0.35
कोटक महिंद्रा , 9.50 , 0.25
यस बैंक , 10.25 , 0.25
एसबीबीजे , 9.70 , 0.25
पंजाब एंड सिंध , 9.75 , 0.25
एक्सिस बैंक , 9.50, 0.35
पीएनबी , 9.60, 0.40
बैंक ऑफ बड़ौदा, 9.65, 0.25
ओरियंटल बैंक , 9.70, 0.20
आइडीबीआइ , 9.75 , 0.25
एसबीआइ , 9.30, 0.40
क्या है रेपो रेट
वह दर जिस पर कॉमर्शियल बैंक आरबीआइ से कम अवधि का कर्ज लेते हैं और फिर इस राशि का इस्तेमाल खुदरा लोन बांटने के लिए करते हैं। बेस रेट (आधार दर) वह ब्याज दर है, जिससे कम पर बैंक ग्राहकों को लोन नहीं दे सकते हैं।