IBM में नहीं होगी 5000 कर्मचारियों की छटनी, कंपनी ने मीडिया रिपोर्ट्स को बताया गलत
IBM ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को गलत बताया है कि जिनमें कंपनी से 5000 कर्मचारियों की छटनी का दावा किया गया था
नई दिल्ली (जेएनएन)। अमेरिका की मल्टीनैशनल टेक्नोलॉजी कंपनी आईबीएम इंडिया ने एक बयान जारी कर कहा है कि जिन मीडिया रिपोर्ट्स में कंपनी से 5000 कर्मचारियों की छटनी के दावे किए गए हैं वो सरासर गलत हैं। कंपनी का कहना है कि यह कर्मचारियों की वर्कफोर्स को रीस्किल और रिबैंलेंस करने की एक नियमित प्रक्रिया है।
मंगलवार को मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि कंपनी भारत में अपने 5000 कर्मचारियों की छटनी कर सकता है। अगर कंपनी वास्तव में ऐसा करती है तो वो कॉग्निजेंट, इंफोसिस और विप्रो की कतार में शामिल हो जाएगा, जिन्होंने हाल ही में बड़ी छटनी का एलान किया है।
आईबीएम के एक प्रवक्ता ने ईमेल के जरिए जानकारी दी है कि मीडिया रिपोर्ट्स में दिए गए तथ्य पूरी तरह से गलत हैं। हम इस अफवाह पर आगे कोई भी टिप्पणी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की क्षमता और उनके संतुलन में सुधार करना एक आम प्रक्रिया है।
विप्रो, इंफोसिस और कॉग्निजेंट के बाद अब टेक महिंद्रा भी छंटनी की तैयारी में
विप्रो, इंफोसिस, कॉग्निजेंट और टेक महिंद्रा परफॉरमेंस के आधार पर कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है। महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह की इस आइटी कंपनी ने सालाना परफॉरमेंस अप्रेजल शुरू कर दिया है।
विप्रो ने परफॉरमेंस रिव्यू के बाद 600 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने को कहा है। इसी तरह कॉग्निजेंट ने कर्मचारियों को स्वैच्छिक आधार पर नौकरी से हटने का विकल्प दिया है। वहीं, विप्रो ने अपने वार्षिक "प्रदर्शन मूल्यांकन (परफोर्मेंस अप्रेजल)” के आधार पर सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।