HDFC Bank आईटी के काम के लिए 500 लोगों को देगा जॉब, इन क्षेत्रों में मिलेंगी नौकरियां
उल्लेखनीय है कि बैंक के कर्मचारियों की संख्या मार्च की स्थिति के अनुसार 1.2 लाख है और उसे पिछले कुछ साल से तकनीकी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। साथ ही रिजर्व बैंक ने बैंक पर नए क्रेडिट कार्ड या नए डिजिटल उत्पाद पेश करने पर पाबंदी लगायी हुई है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। प्राइवेट सेक्टर के देश के सबसे बड़े बैंक HDFC Bank अगले दो साल में 500 लोगों को नियुक्त करेगा। बैंक ने कहा कि वह अगले दो साल में आईटी बुनियादी ढांचा में सुधार के लिये विशेष परियोजना के तहत ये नियुक्ति करेगा। बैंक ने कहा कि वह अगले दो साल में विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों में अनुभव रखने वाले 500 लोगों को रोजगार पर रखेगा। इसमें आंकड़ा विश्लेषण, कृत्रिम मेधा, मशीन लर्निंग, डिजाइन, क्लाउड आदि क्षेत्र शामिल हैं।
बैंक की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि वह भविष्य में नए डिजिटल उत्पादों और सेवाओं को पेश करने और अपने आईटी (इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी) बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए एक ‘डिजिटल इकाई’ और एक ‘उद्यम इकाई’ स्थापित कर रहा है। ये इकाइयां बैंक को चलाने और समय के अनुसार उसमें बदलाव लाने को लेकर प्रौद्योगिकी रूपांतरण का हिस्सा है।
उल्लेखनीय है कि बैंक के कर्मचारियों की संख्या मार्च की स्थिति के अनुसार 1.2 लाख है और उसे पिछले कुछ साल से तकनीकी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। साथ ही रिजर्व बैंक ने बैंक पर नए क्रेडिट कार्ड या नए डिजिटल उत्पाद पेश करने पर पाबंदी लगायी हुई है।
बैंक ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह प्रतिबंधित सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए आरबीआई के संपर्क में बना रहेगा, लेकिन इसके लिए समयसीमा बता पाना मुश्किल है। बैंक के मुख्य सूचना अधिकारी रमेश लक्ष्मीनारायणन ने कहा कि इसकी क्षमताओं का आकलन करने और ऑडिट रिपोर्ट जमा करने के लिए एक बाहरी ऑडिट टीम का दौरा सहित कई काम हुए हैं।