जीएसटी के कारण रेवेन्यू कलेक्शन ने पार किया 94 करोड़ रुपए का आंकड़ा
जुलाई महीने में 92,283 करोड़ रुपये टैक्स के रूप में जमा किए गए हैं
नई दिल्ली (पीटीआई)। बीते एक हफ्ते में करीब छह लाख और उद्योगों ने कर का भुगतान और रिटर्न दाखिल किया है। इससे जीएसटी संग्रह करीब 94,700 करोड़ रुपये तक के स्तर पर आ गया है। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बीते हफ्ते बताया था कि जुलाई के महीने में 38.38 लाख उद्योगों ने रिटर्न दाखिल किये हैं और 92,283 करोड़ रुपये टैक्स के रूप में जमा किए गए हैं। आपको बता दें कि देशभर में जीएसटी लागू होने के बाद जुलाई पहला महीना था जिसके लिए कर का भुगतान और रिटर्न दाखिल किया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि तब से रिटर्न फाइल करने की संख्या बढ़कर 44 लाख हो गई है और करीब 2500 करोड़ रुपये टैक्स रूप में प्राप्त हो चुके हैं। यह कलेक्शन अबतक 74 फीसद करदाताओं के प्राप्त हुआ है। साथ ही जीएसटीआर 1, 2 और 3 भरे जाने से इसके दायरे में अभी और लोग जुड़ सकते हैं।
इस बीच राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत 11 लाख उद्योगों ने अबतक पंजीकरण नहीं कराया है। उन्होंने यह भी बताया कि 72.5 लाख लोगों ने जीएसटी के तहत माइग्रेशन करा लिया है, लेकिन केवल 44 लाख लोगों ने ही रिटर्न फाइल किए हैं। देशभर में छह करोड़ प्राइवेट एंटरप्राइजेज हैं, जिनका कर आधार बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं।
सरकार ने इस हफ्ते की शुरुआत में उद्योगों के लिए रिटर्न फाइल करने की समय सीमा बढ़ा दी थी। अब जुलाई के लिए नया सेल्स रिटर्न या जीएसटीआर-1 पांच सितबर की जगह 10 सितंबर तक भरा जा सकता है। वहीं खरीद रिटर्न या जीएसटी-2 10 सितंबर की जगह अब 25 सितंबर तक दाखिल किया जा सकता है।