वैश्विक मंदी से सिमट सकती है विकास दर
आगरा [विशेष संवाददाता]। वैश्विक मंदी और घरेलू अर्थव्यवस्था की सुस्त रफ्तार को देखते हुए चालू वित्त वर्ष में आर्थिक विकास की दर 5.5 से 5.6 प्रतिशत के आसपास सिमट जाने की उम्मीद है। विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने दुनिया भर के निवेशकों को भारत के साथ भागीदारी का न्योता दिया। अंसारी ने कहा
आगरा [विशेष संवाददाता]। वैश्विक मंदी और घरेलू अर्थव्यवस्था की सुस्त रफ्तार को देखते हुए चालू वित्त वर्ष में आर्थिक विकास की दर 5.5 से 5.6 प्रतिशत के आसपास सिमट जाने की उम्मीद है। विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने दुनिया भर के निवेशकों को भारत के साथ भागीदारी का न्योता दिया। अंसारी ने कहा कि भागीदारी और सहभागिता से विकास की गति को तेज करने में मदद मिलेगी। पूरी दुनिया में विकास की दर इसी फार्मूले से तेज हुई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि देशी विदेशी निवेशकों के सहयोग से उत्तर प्रदेश भी अपनी रफ्तार तेज करेगा।
सीआइआइ की 19वीं पार्टनरशिप समिट का उद्घाटन करते हुए अंसारी ने कहा कि जी 20 और ग्रुप ऑफ 16 जैसे समूहों के चलते देशों ने सामूहिक तौर पर कोशिश कर अपनी विकास की रफ्तार बढ़ाई है। उत्तर प्रदेश को भी इस सम्मेलन का फायदा उठाना चाहिए। वर्ष 2008 और मौजूदा वैश्विक मंदी में देश ने अच्छा प्रदर्शन किया है। केंद्र सरकार ने पिछले दिनों भी कई फैसले लिए, जिनसे विकास की रफ्तार बढ़ाने में मदद मिलेगी।
उत्तर प्रदेश की इस ऐतिहासिक नगरी में हो रही समिट में 23 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। वैसे, पिछले दिनों सीमा पर हुए विवाद के चलते पाकिस्तान इस समिट का हिस्सा नहीं बन पाया। इस सम्मेलन में प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए सीआइआइ अध्यक्ष आदि गोदरेज ने कहा कि विकास दर तेज करने के लिए वैश्विक स्तर पर वार्ता को मजबूती देना जरूरी है।