ग्लोबल हालात देखकर रुपये को लेकर कदम उठाएगी सरकार: पीयूष गोयल
महंगाई की चिंता और कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते गुरुवार को रुपया 68.80 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया था
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। डॉलर की तुलना में रुपये में आ रही गिरावट पर सरकार नजर बनाए हुए है। ग्लोबल हालात को देखते हुए ही सरकार इस संबंध में कोई कदम उठाएगी। कार्यवाहक वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को यह बात कही। महंगाई की चिंता और कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते गुरुवार को रुपया 68.80 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया था। शुक्रवार को इसमें थोड़ा सुधार हुआ और यह 33 पैसे मजबूत होकर 68.47 रुपया प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
गोयल ने कहा, ‘मुझे विदेशी मुद्रा विनिमय एवं दरें तय करने वाले रिजर्व बैंक पर पूरा भरोसा है। सरकार रिजर्व बैंक के साथ बैठकर चर्चा करेगी। हम ग्लोबल हालात को ध्यान में रखते हुए जरूरी कदम उठाएंगे। सबको व्यवस्थित बाजार में और नियत तरीके से काम करना होता है।’ में भी रुपया डॉलर के मुकाबले 68 से ऊपर चला गया था। उस समय के हालात की तुलना करते हुए मंत्री ने कहा कि उस समय विदेशी मुद्रा भंडार 304 अरब डॉलर था, जो वित्त वर्ष 2017-18 के अंत तक 425 अरब डॉलर पर पहुंच चुका था। 2012-13 में चालू खाता घाटा 4.8 फीसद था, जो पिछले वित्त वर्ष में 1.9 फीसद रहा। राजकोषीय घाटा भी 4.5 फीसद से गिरकर 3.5 फीसद पर आ गया है। इससे स्पष्ट है कि देश के वृहद आर्थिक हालात हर तरह से बेहतर हैं। लेकिन इस समय ग्लोबल मोर्चे पर कई बदलाव हो रहे हैं। तेल को लेकर हुई घोषणाएं और अमेरिका में ब्याज दरों में बदलाव जैसे कारणों से असर पड़ रहा है।
हालात से निटपने के लिए भारत के पास पर्याप्त साधन: रुपये में गिरावट की स्थिति से निपटने के लिए भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार और अन्य साधन हैं। इस समय रुपये में गिरावट की अहम वजह मांग और आपूर्ति का अंतर है। वित्तीय मामलों के सचिव एस. सी. गर्ग ने यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘अगर तेल की कीमतें बढ़ती हैं तो मांग और आपूर्ति में अंतर आता है।