घर लौट रहे बेरोजगार श्रमिकों को नकद पैसे ट्रांसफर करवा सकती है सरकार: नीति आयोग
उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिकों सहित बेरोजगार श्रमिकों के लिए प्रत्यक्ष नकद ट्रांसफर के विकल्प पर विचार किया जा सकता है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। सरकार कोरोनोवायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए 21 दिन के लॉकडाउन को देखते हुए आजीविका के नुकसान की भरपाई करने के लिए प्रवासी श्रमिकों सहित बेरोजगार श्रमिकों को नकद पैसे ट्रांसफर करने के सुझावों पर विचार कर सकती है. नीतीयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने सोमवार को यह बात कही।
14 अप्रैल तक चलने वाले देशव्यापी लॉकडाउन के बाद उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों के हजारों प्रवासी श्रमिक दिल्ली और मुंबई सहित विभिन्न शहरों से अपने गृह राज्यों में वापस लौटने लगे हैं।
कुमार ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने देश के विभिन्न हिस्सों में प्रवासी कामगारों के लिए बड़ी व्यवस्था की है, जहां उनके भरण-पोषण का ध्यान रखा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को भी बेरोजगार श्रमिकों को सीधे नकद ट्रांसफर के लिए सुझाव मिले हैं। कुमार ने कहा, 'जहां तक नकद आय (देशव्यापी लॉकडाउन के कारण प्रवासी श्रमिकों) का नुकसान हो रहा है, मुझे लगता है कि सरकार उन्हें प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) योजना के माध्यम से नकदी देने के लिए कुछ स्तर पर विचार कर सकती है, ताकि 21-दिन के लॉकडाउन की वजह से रोजगार के नुकसान की भरपाई की जा सके'
उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिकों सहित बेरोजगार श्रमिकों के लिए प्रत्यक्ष नकद ट्रांसफर के विकल्प पर विचार किया जा सकता है।