इलेक्ट्रॉनिक्स में 3,300 करोड़ निवेश को मंजूरी
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स नीति के तहत विभिन्न तकनीकी कंपनियों की 3,300 करोड़ रुपये की निवेश योजनाओं को मंजूरी दी है। नई नीति के तहत निवेश की मंजूरी हासिल करने वाली कंपनियों में सैमसंग और ऑटो कलपुर्जा निर्माता बॉश इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में इस क्षेत्र में
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स नीति के तहत विभिन्न तकनीकी कंपनियों की 3,300 करोड़ रुपये की निवेश योजनाओं को मंजूरी दी है। नई नीति के तहत निवेश की मंजूरी हासिल करने वाली कंपनियों में सैमसंग और ऑटो कलपुर्जा निर्माता बॉश इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में इस क्षेत्र में 25,000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करने का लक्ष्य रखा है।
देश में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों का उत्पादन बढ़ाने के लिए तैयार की गई इस नीति के तहत बॉश को ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स सेगमेंट में 544 करोड़ रुपये के निवेश की मंजूरी दी गई है। इसके अलावा सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स देश में मोबाइल फोन के निर्माण के लिए 406 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। नोएडा में एलईडी लाइट्स की मैन्यूफैक्चरिंग के लिए सहस्त्र इलेक्ट्रॉनिक्स 11.1 करोड़ रुपये निवेश करेगी।
इसके अलावा देश में बनाए जाने वाले तीन नए इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टर में 2,327 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाएं मंजूर की गई हैं। दूरसंचार और आइटी मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि इस नीति के तहत जल्दी ही और 1,000 करोड़ रुपये की योजनाएं मंजूर की जाएंगी। इसके अलावा करीब 4,600 करोड़ रुपये की निवेश योजनाओं के गंभीर प्रस्ताव मौजूद हैं। फिलहाल परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए मानक तय किए जा रहे हैं। अगले एक-दो माह में इन प्रस्तावों पर फैसला ले लिया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग (डीईआइटी) के सचिव जे सत्यनारायण ने कहा कि 4,600 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों पर अगले चार से छह सप्ताह में फैसला ले लिया जाएगा। नीति के तहत सैमसंग और बॉश को उनके निवेश पर 25-25 फीसद और सहस्त्र को 20 फीसद सब्सिडी लाभ मिलेगा।