Move to Jagran APP

सरकार पर बकाया है एयर इंडिया का 450 करोड़ का बिल, वीवीआईपी ने भरी उड़ान पर उसका नहीं हुआ भुगतान

सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया का सरकार के ऊपर 451.75 करोड़ रुपए का बिल बकाया है।

By Praveen DwivediEdited By: Published: Wed, 10 May 2017 11:37 PM (IST)Updated: Wed, 10 May 2017 11:37 PM (IST)
सरकार पर बकाया है एयर इंडिया का 450 करोड़ का बिल, वीवीआईपी ने भरी उड़ान पर उसका नहीं हुआ भुगतान
सरकार पर बकाया है एयर इंडिया का 450 करोड़ का बिल, वीवीआईपी ने भरी उड़ान पर उसका नहीं हुआ भुगतान

नई दिल्ली (जेएनएन)। केंद्र सरकार की ओर से एयर इंडिया को 451.75 करोड़ रुपए के बकाया बिल का भुगतान अब तक नहीं किया गया है। सरकारी विमानन कंपनी के इस बकाया बिल में राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को लेकर जाने वाली एयर इंडिया की वीवीआईपी उड़ानों के साथ-साथ विशेष मिशन के लिए दी जाने वाली सेवाओं का किराया भी शामिल है। यह जानकारी एक आरटीआई के जवाब के जरिए सामने आई है।

loksabha election banner

किसने दाखिल की आरटीआई:

यह आरटीआई सेवानिवृत्त कमोडोर लोकेश बत्रा की ओर से दाखिल की गई थी। उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत कुछ अहम सवाल पूछे थे। इन सवालों का जवाब देते हुए कहा गया कि नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू समेत मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने 2014 से 2017 के बीच विभिन्न मंत्रालयों को 31 पत्र लिखें हैं, जिनमें उनसे एयर इंडिया के बकाये का समय पर भुगतान करने को कहा गया है।

विमानन मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों ने संबंधित मंत्रालयों से रखरखाव कोष की उपलब्धता सुनिश्चित करने और वीवीआईपी उड़ानों के साथ विशेष मिशन के लिए बजटीय बदलाव करने को भी कहा था। हालांकि कभी भी बकाये का पूरा भुगतान नहीं किया गया है।

आपको बता दें कि एयर इंडिया राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं के लिए चार्टर्ड सेवा हेतु तीन बोइंग 747-400 विमान हर समय तैयार रखती है। गौरतलब है कि एयरलाइंस विदेशों में मुश्किल में फंसे नागरिकों को वापस लाने के अभियान के साथ ही विशेष मिशन के साथ विदेशी विशेष अतिथियों को भी सेवाएं उपलब्ध कराती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.