नई दिल्ली, पीटीआई। सरकार ने वित्त वर्ष 2024 तक आयकर और कारपोरेट कर संग्रह के रूप में 18.23 लाख करोड़ रुपये होने की उम्मीद जताई है। इसमें वार्षिक आधार पर 10.5 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। चालू वित्त वर्ष के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनुमान को घटाकर 16.50 लाख करोड़ रुपये किया गया है। हालांकि, यह बजट अनुमान 14.20 लाख करोड़ रुपये से अधिक है।

चालू वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर संग्रह में अनुमान

चालू वित्त वर्ष (2022-23) में प्रत्यक्ष कर संग्रह में 17 प्रतिशत की वृद्धि रहने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2021-22 में प्रत्यक्ष कर संग्रह 14.08 लाख करोड़ रुपये रहा था। चालू वित्त वर्ष में सरकार को कारपोरेट कर से 8.35 लाख करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। अगले वर्ष इस मद में 9.22 लाख करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है। इसमें 10.4 प्रतिशत की वृद्धि रहेगी। इसी तरह से चालू वित्त वर्ष में आयकर से 8.15 लाख करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है।

जीएसटी संग्रह में 12 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान

अगले वर्ष इस मद में 10.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ नौ लाख करोड़ रुपये का राजस्व मिलने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2023-24 में सीमा शुल्क से 2.33 लाख करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है और इसमें 11 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। अगले वित्त वर्ष में जीएसटी संग्रह से 9.56 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया गया है। चालू वित्त वर्ष के संशोधित अनुमान 8.54 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले अगले वर्ष जीएसटी संग्रह में 12 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है।

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Edited By: Ashisha Singh Rajput