अगले साल और बढ़ जाएगी सोने की चमक, इस स्तर को भी पार कर सकता है भाव
RBI इस साल सोने के सबसे बड़े खरीदारों में से एक रहा। उसने अपने रिजर्व में 60 टन से अधिक की बढ़ोत्तरी की है।
मुंबई, पीटीआइ। सोने को हमेशा से बेशकीमती धातु माना गया है। अगले साल की परिस्थितियों पर ध्यान दिया जाए तो इस बात की उम्मीद है कि अगले साल Gold Rate 45,000 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर को छू सकता है। विश्लेषकों के मुताबिक अगर भूराजनीतिक परिस्थितियां ऐसे ही बनी रहीं, अर्थव्यवस्था के हालात ऐसे ही रहे और रुपया कमजोर रहा तो धातु का भाव इस स्तर तक पहुंच सकता है। उनके मुताबिक इस साल सरकार की विभिन्न नीतियों, शेयर बाजारों में तेजी के कारण सोने के भाव में समय-समय पर तेजी दर्ज की गई। साल की दूसरी छमाही में सोने की कीमतों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
कॉमट्रेंड्ज के रिसर्च डायरेक्टर जी त्यागराजन ने कहा, ''2020 के संदर्भ में हमारा मानना है कि निवेशकों को बढ़ती भूराजनीतिक चिंताओं का सामना करना पड़ेगा। इनमें से कई पुरानी समस्याओं का समाधान नहीं होगा और वे फिर से खड़ी हो जाएंगी। पूरी दुनिया में कम ब्याज दर के कारण शेयर बाजार ऊंचे स्तर पर रहेंगे। इससे लगता है कि सोने की कीमत में तेजी आएगी।''
त्यागराजन के मुताबिक अमेरिका-चीन के बीच कारोबारी रिश्ते, पश्चिम एशिया में टकराव एवं साल के आखिर में अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव का असर सोने की कीमत पर पड़ेगा। उन्होंने मध्यम अवधि में एमसीएक्स पर सोने का भाव 41,000-41,500 रुपये प्रति दस ग्राम रहने का अनुमान जताया है। उनके मुताबिक अगर कोई नया घटनाक्रम सामने आता है तो सोने का दाम 44,500-45,000 प्रति दस ग्राम के स्तर तक पहुंच सकता है।
उन्होंने कहा कि RBI 2019 में सोने के सबसे बड़े खरीदारों में से एक रहा। उसने अपने रिजर्व में 60 टन से अधिक की बढ़ोत्तरी की है। चीन और रूस इस साल अब तक सोना के सबसे बड़े खरीदार हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के डेटा के मुताबिक आरबीआई सहित 14 केंद्रीय बैंकों ने अपने रिजर्व में एक टन से अधिक सोना जमा होने की सूचना दी है।
अब बात करते हैं इस साल की तो पहली छमाही में इसकी कीमत ग्राहकों के लिहाज से ज्यादा आकर्षक थी। उस दौरान सोने का भाव 31,500-32,000 प्रति दस ग्राम पर बना हुआ था। हालांकि, जुलाई में कीमतों में इजाफे के साथ इसकी मांग कम होने लगी। रुपये के कमजोर पड़ने और बजट के दौरान सरकार की ओर से सीमाशुल्क में ढाई फीसद की वृद्धि से इस धातु के भाव में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। इस साल इसका उच्चतम भाव 39,900 रुपये प्रति दस ग्राम तक के स्तर तक गया।