Gold ETF के निवेशक फंड हाउस से ले सकते हैं सोने की फिजिकल डिलीवरी, जानिए क्या है प्रोसेस
Gold ETF अगर आपके फंड की क्रिएशन यूनिट साइज 1000 यूनिट है तो आप 1000 के गुणकों में बेच या खरीद सकते हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। जब-जब भूराजनैतिक बदलाव होते हैं, इक्विटी बाजारों में तेज गिरावट आती है या फिर वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता आती है, तब-तब सोना निवेश के लिए सेफ हैवन बनकर उभरता है। मौजूदा समय की बात करें, तो कोरोना वायरस महामारी के कारण औद्योगिक गतिविधियां ठप है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी के अनुमान लगाए जा रहे हैं। ऐसे में इस समय भी निवेशक सोने की और ही देख रहे हैं। यही कारण है कि सोने का वैश्विक भाव सात महीने के उच्चतम स्तर पर बना हुआ है।
सोने में निवेश का एक माध्यम ईटीएफ यानी एक्सचेंज ट्रेडेट फंड भी है। यहां निवेशक इलेक्ट्रॉनिक रुप में सोने में निवेश कर सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ एक्सचेजों पर लिस्टेड होते हैं। यहां इसे डीमेट अकाउंट के जरिए खरीदा और बेचा जा सकता है। गोल्ड ईटीएफ्स 99.5 फीसद शुद्धता वाला वास्तविक भौतिक सोना खरीद कर अपने एसेट्स बनाते हैं। यह भौतिक सोना बैंकों के संरक्षण में रहता है और सेबी के दिशानिर्देशों के अनुसार समय-समय पर इसका मूल्य लगता है। गोल्ड इटीएफ्स का भौतिक रूप से सोना रखना निवेशकों को एक अलग विश्वास देता है।
खास बात यह है कि निवेशक भी सोने की भौतिक डिलीवरी ले सकते हैं। म्युचुअल फंड्स भी न्यूनतम निर्धारित मात्रा रखने वाले अपने निवेशकों को भौतिक सोने के रूप में अपने निवेश को भुनाने की अनुमति देते हैं।
जब आप एक्सचेंज पर अपना गोल्ड ईटीएफ बेचते हो, तो आपको इसकी नकदी के बराबर सोना मिल जाता है। वहीं, म्युचुअल फंड से निकासी के दौरान या तो आप नकदी ले सकते हैं या फिर भौतिक सोना- (क्रिएशन यूनिट साइज के बराबर यूनिट) ले सकते हैं।
जानिए कितनी ले सकते हैं भौतिक डिलीवरी
क्रिएशन इकाई का आकार गोल्ड ईटीएफ की इकाई या सोने की वह न्यूनतम मात्रा है, जिसे एक निवेशक एक फंड हाउस से सीधे खरीद या बेच सकता है। आमतौर पर यह एक किलो सोने के बराबर होता है। गोल्ड ईटीएफ की एक यूनिट आमतौर पर एक ग्राम सोने के बराबर होता है। इस तरह क्रिएशन यूनिट साइज में सामान्यतया 1,000 यूनिट होती है। इस तरह अगर आपके फंड की क्रिएशन यूनिट साइज 1,000 यूनिट है, तो आप 1,000 के गुणकों में बेच या खरीद सकते हैं। यहां बता दें कि कुछ फंड हाउसेज उच्च क्रिएशन यूनिट साइज रखते हैं।
यह है प्रक्रिया
फंड हाउस में रिडेम्पशन की रिक्वेस्ट करने के बाद आपको अपने डीपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP)को आवश्यक यूनिट्स को फंड हाउस के डीपी अकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए सूचित करना होता है। अगर कोई व्यक्ति सोने की भौतिक डिलीवरी लेता है, तो निवेशक को किसी भी खर्च, सामान या सेवा कर के लिए फंड हाउस को नकद में भुगतान करना होता है। सोने की भौतिक डिलीवरी से पहले फंड हाउस केवाईसी की औपचारिकताओं को पूरा करता है, इससे वह यह सुनिश्चित करता है कि भौतिक डिलीवरी लेने वाला व्यक्ति निवेशक ही है।
केवाईसी प्रक्रिया के बाद फंड हाउस निवेशक और संरक्षक को डिलीवरी ऑर्डर जारी कर देता है। निवेशक को भौतिक सोने की डिलीवरी लेते समय मूल केवाईसी दस्तावेज दिखाने होते हैं। इस प्रक्रिया में आमतौर पर दो दिन का समय लगता है। अगर निवेशक फंड हाउसेज के कलेक्शन सेंटर्स पर जाने की बजाय घर पर डिलीवरी चाहते हैं, तो उन्हें परिवहन शुल्क देना होता है।