GSK ने 25,480 करोड़ में बेची Hindustan Unilever में अपनी 5.7 फीसद हिस्सेदारी
GSK ने यह हिस्सेदारी 3.35 अरब डॉलर यानी 25480 करोड़ रुपये में बेची है। कंपनी ने यह हिस्सेदारी शेयर मार्केट में ब्लॉक डील के जरिए बेची है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। ब्रिटिश कंपनी ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन (GSK) ने भारतीय एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर में अपनी 5.7 फीसद हिस्सेदारी को बेच दिया है। जीएसके ने यह हिस्सेदारी 3.35 अरब डॉलर यानी 25,480 करोड़ रुपये में बेची है। कंपनी ने यह हिस्सेदारी शेयर मार्केट में ब्लॉक डील के जरिए बेची है। ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन ने गुरुवार को यह जानकारी दी है। जीएसके ने अपनी सब्सिडियरी कंपनी ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन कंज्यूमर हेल्थकेयर लिमिटेड (GSK India)के हिंदुस्तान यूनिलीवर के साथ विलय की योजना के हिस्से के रूप में यह हिस्सेदारी ली थी।
जीएसके ने एक बयान में कहा, 'जीएसके अपनी सब्सिडियरी कंपनी ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन प्राइवेट लिमिटेड और हॉर्लिक्स लिमिटेड के द्वारा हिंदुस्तान यूनिलीवर में 1905 रुपये की औसत कीमत के हिसाब से 1.33 करोड़ सामान्य शेयर बेचने पर सहमत हुई है। इससे कंपनी 254.8 अरब रुपये जुटाएगी।' कंपनी ने आगे कहा, 'इस बिक्री के निपटान के बाद जीएके के पास एचयूएल का कोई शेयर नहीं रहेगा।'
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह भारतीय इक्विटी मार्केट में हुई अब तक कि सबसे बड़ी ब्लॉक डील है। एक अप्रैल 2020 को जीएसके ने भारत में यूनिलीवर से अपने लोकप्रिय हेल्थकेयर ड्रिंक ब्रांड हॉर्लिक्स और अन्य हेल्थकेयर उत्पादों के डिसइन्वेस्टमेंट को पूरा करने की घोषणा की थी। जब जीएसके ने दिसंबर 2018 में हॉर्लिक्स के डिसइन्वेस्टमेंट की मूल घोषणा की थी, तब कंपनी ने कहा था कि उसे लागत, करों और अन्य खर्चों के बाद कुल लेनदेन से सकल आय लगभग 3.1 अरब पाउंड और शुद्ध आय 2.4 अरब पाउंड होने की उम्मीद है।
यहां बता दें कि ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन पीएलसी एक बहुराष्ट्रीय दवा कंपनी है। इसकी स्थापना साल 2000 में ग्लेक्सो वेलकम और स्मिथक्लाइन बीचम के विलय से हुई थी। कंपनी का मुख्यालय ब्रिटेन में है। जीएसके लंदन स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड है। जीएसकी एचयूएल में हिस्सेदारी बेचने से मिली रकम को अपने दवा व्यापार में खर्च करेगी। हिंदुस्तान यूनिलीवर का शेयर गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर 0.86 फीसद की गिरावट के साथ 1992.50 पर बंद हुआ है।