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नोटबंदी से जीडीपी में आ सकती है गिरावट: एचएसबीसी

केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले से अगले 12 महीनों के भीतर देश की जीडीपी में 1 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है।

By Praveen DwivediEdited By: Published: Sun, 20 Nov 2016 09:46 PM (IST)Updated: Mon, 21 Nov 2016 09:09 AM (IST)
नोटबंदी से जीडीपी में आ सकती है गिरावट: एचएसबीसी

नई दिल्ली: केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले से अगले 12 महीनों के भीतर देश की जीडीपी में 1 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है। जबकि लंबी अवधि के लाभ पूरी तरह से सुधारों पर निर्भर करेंगे। यह बात एचएसबीसी ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में कही है। गौरतलब है कि बीते 8 नवंबर को राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोट पर प्रतिबंध लगा दिया था।

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वैश्विक वित्तीय सेवाएं देने वाली एचएसबीसी ने बताया कि अल्प अवधि में भारत की तरफ से नोट वापसी और पुरानी करेंसी बैन करने के फैसले से कुछ लाभ भी होंगे और कुछ नुकसान भी। एचएसबीसी ने अपनी रिसर्च नोट में कहा, “जीडीपी पर इस नोटबंदी के प्रभाव की बात करें तो हमारा अनुमान है कि सालभर के भीतर आर्थिक ग्रोथ 0.7 से 1 फीसदी तक गिर सकती है। अगली दो तिमाही में तत्काल प्रभाव के साथ हम मुद्रा आपूर्ति में प्रभावी संकुचन देखेंगे। अगर सरकार सुधारों को तेज रफ्तार के साथ लाती है तो इससे भारी लाभ हो सकता है। जैसा कि कहा जाता है कि अच्छी शुरुआत मतलब आधा काम पूरा, लेकिन अभी आधे में काम किए जाने की जरूरत है।”

देश के टॉप प्राइवेट बैंक में जमा हुए इतने हजार करोड़ रुपए

केंद्र सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले का व्यापक असर देशभर में देखने को मिल रहा है। नोटबंदी के कारण लोग भारी मात्रा में अपनी नकदी को बैंकों में जमा कर रहे हैं। इसी क्रम में देश के टॉप प्राइवेट बैंकों में से एक आईसीआईसीआई बैंक में अब तक 32,000 करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं। बैंक की एमडी और चीफ एग्जिक्यूटिव चंदा कोचर ने बताया, 'यदि मैं आपको राउंड नंबर में बताऊं तो 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद किए जाने से अब तक हमारे बैंक में लोग 32,000 करोड़ रुपए जमा करा चुके हैं।'


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