अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी के 7.6 फीसद का अनुमान
आरबीआई ने देश की विकास दर के 7.4 फीसद रहने का अनुमान जताया है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। विनिर्माण गतिविधियों में आए सुधार और निर्यात में तेजी के बलबूते अप्रैल-जून तिमाही के दौरान जीडीपी के 7.6 फीसद रहने का अनुमान है। यह अनुमान रॉयटर्स के एक पोल में लगाया गया है। जनवरी मार्च तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.7 फीसद रही थी और 50 अर्थशास्त्रियों वाले इस पोल में सालाना आर्थिक विकास दर (इकोनॉमिक ग्रोथ रेट) को साल की पहली तिमाही से कम रखा गया है।
2.59 ट्रिलियन डॉलर वाली इकोनॉमी के लिए किए गए जीडीपी अनुमान की रेंज 7 से 8 फीसद के बीच है। पोल के नतीजे बताते हैं कि घरेलू मांग मजबूत हुई है, जिसे मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों ने प्रोत्साहन दिया है, जो कि कमजोर होते रुपये और तेल की बढ़ती कीमतों के बावजूद मजबूत रहीं हैं। सरकार जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार तोत जारी करेगी।
विकास दर 7.4 फीसद रहने की आशा: आरबीआई
बेहतर मानसून और औद्योगिक गतिविधियों में उछाल की बदौलत चालू वित्त वर्ष में देश की विकास दर 7.4 फीसद रहने का अनुमान है। वहीं महंगाई के मोर्चे पर अब भी चिंता बरकरार है। साथ ही चालू खाते के घाटे को काबू रखने और बैंक कर्ज में धीमी वृद्धि के मद्देनजर अर्थव्यवस्था में निवेश की रफ्तार बढ़ाना भी बड़ी चुनौती है। अर्थव्यवस्था की यह तस्वीर रिजर्व बैंक की वार्षिक रिपोर्ट 2017-18 में पेश की गयी है। इसमें कहा गया है कि वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी छमाही में विकास दर ने जो रफ्तार पकड़ी थी, वह आगे भी जारी रहने की उम्मीद है। इसलिए मौजूदा आर्थिक स्थिति के मद्देनजर चालू वित्त वर्ष में विकास दर 7.4 फीसद रहने का अनुमान है जबकि 2017-18 में यह 6.7 फीसद थी।