31 अगस्त को सामने आएगी इकोनॉमी की तस्वीर, जीडीपी के आंकड़े होंगे जारी, कोविड के असर का होगा खुलासा
चालू वित्त वर्ष के दौरान आर्थिक विकास दर क्या रहेगी इसको लेकर अभी तक केंद्र या किसी सरकारी एजेंसी की तरफ से कोई अनुमान जारी नहीं किया गया है। (PC Flickr)
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कोविड ने देश की इकोनोमी पर क्या असर डाला है और कोविड काल में आर्थिक विकास दर की रफ्तार क्या रही है, इसका खुलासा इस महीने के अंत में हो जाएगा। केंद्र सरकार की तरफ से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अनुमान 31 अगस्त, 2020 को जारी किए जाएंगे। इन आंकड़ों से जो तस्वीर सामने आएगी उससे शेयर बाजार व अन्य निवेश बाजारों की चाल भी तय होगी। अभी तक के जो संकेत हैं उससे लगता है कि कृषि सेक्टर को छोड़ कर इकोनोमी के दूसरे सभी सेक्टरों की ग्रोथ रेट निगेटिव में रह सकती है।
जीडीपी का अंतिम डाटा केंद्र सरकार की तरफ से 29 मई, 2020 को जारी किया गया था जिसमें वर्ष 2019-20 के दौरान 4.2 विकास दर का अनुमान लगाया गया था जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष के दौरान 6.1 फीसद की विकास दर रहने की बात कही गई थी।
चालू वित्त वर्ष के दौरान आर्थिक विकास दर क्या रहेगी, इसको लेकर अभी तक केंद्र या किसी सरकारी एजेंसी की तरफ से कोई अनुमान जारी नहीं किया गया है। आरबीआइ ने एक दिन पहले यह निश्चित तौर पर कहा है कि पूरे साल के लिए विकास दर में गिरावट हो सकती है। लेकिन अक्टूबर, 2020 से हालात में सुधार होने की बात भी कही गई है। दूसरी गैर सरकारी व विश्व बैंक जैसी अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां भी कमोबेश यही बात कही रही हैं।
माना जा रहा है कि केंद्र सरकार भी जीडीपी की उभरती तस्वीर के मुताबिक ही आर्थिक मंदी दूर करने के आगे के उपायों की घोषणा करेगी। आगे के उपायों को लेकर पीएमओ और वित्त मंत्रालय व दूसरे मंत्रालयों के बीच लगातार विमर्श चल रहा है। सनद रहे कि कोविड की शुरुआत होने के बाद केंद्र सरकार की तरफ से तकरीबन 21 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया जा चुका है।