राकेश झुनझुनवाला के निधन से शोक में डूबा उद्योग जगत, रतन टाटा ने बताया दूरदर्शी तो अडाणी ने निवेशकों का प्रेरणास्रोत
राकेश झुनझुनवाला का रविवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 62 साल के थे। राकेश झुनझुनवाला के निधन से उद्योग जगत में शोक की लहर है। रतन टाटा और गौतम अडाणी समेत दिग्गज उद्योगपतियों ने झुनझुनवाला के निधान पर शोक प्रकट किया है।
नई दिल्ली, एजेंसी। भारत के बिग बुल कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला का 62 साल की उम्र में रविवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। कुछ सप्ताह पहले ही वह अस्पताल से डिस्चार्ज हुए थे। वह सात अगस्त को आखिरी बार सार्वजनिक तौर पर अपनी एयरलाइन 'अकासा एयर' की लांचिंग पर दिखाई दिए थे। झुनझुनवाला के परिवार में पत्नी रेखा, बेटी निष्ठा और दो बेटे आर्यमन और आर्यवीर हैं।
झुनझुनवाला के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित देश की तमाम नामचीन हस्तियों ने गहरा शोक जताया है। गौतम अडानी और रतन टाटा समेत भारतीय उद्योग जगत के दिग्गजों ने भी राकेश झुनझुनवाला को श्रद्धांजलि दी। गौतम अडानी ने ट्वीट कर कहा- भारत के सबसे महान निवेशक के असामयिक निधन से बेहद दुखी हूं। श्री झुनझुनवाला ने अपने शानदार विचारों से एक पूरी पीढ़ी को हमारे इक्विटी बाजारों में विश्वास करने के लिए प्रेरित किया। भारत उन्हें याद करेगा।
टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने कहा कि झुनझुनवाला को बाजार के बारे में उनकी गहरी समझ के साथ-साथ उनके खुशमिजाज व्यक्तित्व, दयालुता और दूरदर्शिता के लिए हमेशा याद किया जाएगा। वयोवृद्ध बैंकर दीपक पारेख ने कहा कि झुनझुनवाला ने भारतीय बाजार को गति दी। वह भारतीय उद्यम के प्रबल समर्थक और भारत की विकास गाथा को आगे बढ़ाने वालों में शामिल थे।
सॉल्ट-टू-सॉफ्टवेयर समूह टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि झुनझुनवाला के विश्वास और उनकी विशाल क्षमता ने उन्हें अपने पूरे जीवन में लगातार साहसिक निर्णय लेने के लिए प्रेरित किया। झुनझुनवाला का निधन एक अपूरणीय क्षति है और हम उनके परिवार और दोस्तों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
बैंकर उदय कोटक ने कहा कि राकेश झुनझुनवाला वित्तीय बाजारों को समझने में आश्चर्यजनक प्रतिभा के धनी थे। खनन व्यवसायी अनिल अग्रवाल ने कहा कि झुनझुनवाला को हमेशा उस व्यक्ति के रूप में जाना जाएगा जिसने शेयर बाजारों की सार्वजनिक समझ को लोकप्रिय बनाया।
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने कहा- राकेश झुनझुनवाला के निधन की चौंकाने वाली खबर सुनकर गहरा दुख हुआ। उनके परिवार के सदस्यों और पूरे अकासा एयर परिवार के प्रति हमारी गहरी संवेदना है। भगवान उन्हें इस दुख से उबरने की शक्ति दे। इंडिगो ने कहा कि राकेश झुनझुनवाला एक महान व्यक्ति थे। हम भारतीय विमानन में उनके योगदान की सराहना करते हैं। स्पाइसजेट ने कहा कि झुनझुनवाला ने निवेश के क्षेत्र में लाखों लोगों के प्रेरणास्रोत थे।
भारत के वारेन बफे के तौर पर मशहूर राकेश झुनझुनवाला का जन्म पांच जुलाई, 1960 को तेलंगाना के हैदराबाद में हुआ था। उन्होंने इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट से सीए की डिग्री ली, लेकिन उन्हें दलाल स्ट्रीट से प्यार हो गया। उन्हें यकीन था कि अगर कहीं से ज्यादा पैसा बनाया जा सकता है तो वह सिर्फ यही जगह है।
शेयर बाजार में झुनझुनवाला की दिलचस्पी पिता राधेश्यामजी झुनझुनवाला की वजह से हुई। वह इनकम टैक्स कमिश्नर थे। राकेश के पिता अक्सर अपने दोस्तों के साथ शेयर बाजार की बातें किया करते थे। राकेश को इसमें बड़ा मजा आता था।
झुनझुनवाला ने 1985 में 5,000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी। सितंबर, 2018 तक यह निवेश बढ़कर 11,000 करोड़ रुपये हो गया था। आज उनकी नेटवर्थ करीब 46 हजार करोड़ रुपये थी। उनका जादुई हाथ जिस शेयर पर पड़ जाता था वो रातोंरात बुलंदियों पर पहुंच जाता था। यही कारण है कि उनकी हर चाल पर निवेशकों की नजर रहती थी। खास बात यह है कि राकेश झुनझुनवाला ने जब शेयर बाजार में प्रवेश किया था तब सेंसेक्स 150 के स्तर पर था, आज वह 59,000 पर है।