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बर्बादी के कगार पर आई Us Crude Oil इंडस्ट्री, कई उत्पादकों के पास अब केवल बचा तेल कुओं को बंद करने का विकल्प

कच्चे तेल की कीमतें गर्त में जा चुकी हैं और स्टोरेज लगभग फुल हो गया है। ऐसे में कई उत्पादकों के पास अपने तेल कुओं को बंद करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है।

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Wed, 29 Apr 2020 09:22 AM (IST)Updated: Wed, 29 Apr 2020 08:46 PM (IST)
बर्बादी के कगार पर आई Us Crude Oil इंडस्ट्री, कई उत्पादकों के पास अब केवल बचा तेल कुओं को बंद करने का विकल्प
बर्बादी के कगार पर आई Us Crude Oil इंडस्ट्री, कई उत्पादकों के पास अब केवल बचा तेल कुओं को बंद करने का विकल्प

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। कच्चे तेल की कीमतों में बुधवार को कुछ तेजी देखने को मिल रही है। बुधवार सुबह  WTI क्रूड ऑयल और ब्रेंट क्रूड दोनों के ही फ्यूचर भाव में बढ़त देखने को मिल रही है। बुधवार सुबह  WTI क्रूड ऑयल का वायदा भाव 11.99 फीसद या 1.50 डॉलर की बढ़त के साथ 13.84 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा था। वहीं, ब्रेंट ऑयल का फ्यूचर भाव बुधवार सुबह 2.81 फीसद या 0.64 डॉलर की बढ़त के साथ 23.37 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा था। कीमतों में भले ही बढ़त देखी जा रही हों, लेकिन यह भाव इंडस्ट्री के हितों को देखते हुए काफी निचले स्तर पर है।

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खपत में अभूतपूर्व गिरावट और स्टोरेज का संकट होने के कारण लंबे समय से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आ रही है। हालत यह है कि यूएस ऑयल इंडस्ट्री बर्बादी के कगार पर आ गई है। ऑयल प्राइस डॉट कॉम के अनुसार, कीमतें गर्त में जा चुकी हैं और स्टोरेज लगभग फुल हो गया है। ऐसे में कई उत्पादकों के पास अपने तेल कुओं को बंद करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है। इसका मतलब है कि आय शून्य हो जाएगी। कई तेल उत्पादकों पर पहले से ही कर्ज का बोझ है और अब आय ना होने से वे दिवालिया होने की ओर अग्रसर होंगे।

कोरोना वायरस ने ऑयल इंडस्ट्री को बदलकर रख दिया है। इस महामारी का प्रकोप जितने अधिक समय तक रहेगा, ऑयल इंडस्ट्री उतनी खस्ताहाल होती जाएगी। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए दुनिया भर में लगाए गए प्रतिबंधों में ढील नहीं मिलने से तेल की खपत में रिकवरी नहीं हो पा रही है। प्रतिबंधों के कारण दुनिया में कच्चे तेल की मांग में करीब तीन करोड़ बैरल प्रति दिन की कमी हुई है।

क्रूड ऑयल की कीमतों में भारी गिरावट के बावजूद देश के बड़े महानगरों में अभी भी पेट्रोल-डीजल की कीमतें यथावत बनी हुई है। देश में करीब 45 दिनों से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। देश के बड़े महानगरों में 14 मार्च से ही पेट्रोल व डीजल की कीमतें यथावत चली आ रही हैं। बुधवार को दिल्ली में पेट्रोल 69.59  रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 62.29 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है।

कोलकाता की बात करें, तो यहां बुधवार को पेट्रोल 73.30 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल  65.62 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है। मुंबई में पेट्रोल बुधवार को 76.31 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 66.21 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है। चेन्नई की बात करें, तो यहां बुधवार को पेट्रोल 72.28  रुपये प्रति लीटर पर और डीजल  65.71 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है।


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