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कच्चे तेल की कीमतें और कमजोर होती करेंसी से घाटे में आ सकती हैं एयरलाइन कंपनियां: क्रिसिल

एविएशन टर्बाइन फ्यूल की कीमत एयरलाइन्स की कुल लागत का 35 से 40 फीसद हिस्सा होती हैं

By Praveen DwivediEdited By: Published: Fri, 02 Nov 2018 01:02 PM (IST)Updated: Fri, 02 Nov 2018 01:20 PM (IST)
कच्चे तेल की कीमतें और कमजोर होती करेंसी से घाटे में आ सकती हैं एयरलाइन कंपनियां: क्रिसिल
कच्चे तेल की कीमतें और कमजोर होती करेंसी से घाटे में आ सकती हैं एयरलाइन कंपनियां: क्रिसिल

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। कच्चे तेल की ऊंची कीमतें और करेंसी को हो रहे नुकसान से एयरलाइन कंपनियों के इस साल घाटे में रहने का अनुमान है। यह अनुमान रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने अपनी रिपोर्ट में लगाया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक एयरलाइन्स कंपनियों को किराए में 12 फीसद का इजाफा करने की जरूरत है ताकि वह खुद को महंगे कच्चेे तेल और कमजोर रुपए की दोहरी मार से बचा जा सके।

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क्रिसिल ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "एबिटिडा (या ब्याज और कर से पहले की कमाई) में इंडस्ट्री का घाटा अनुमानित रुप से 9,300 करोड़ रुपये के स्तर को पार कर सकता है जो कि वित्त वर्ष 2014 के 7,348 करोड़ रुपये के आंकड़े से ज्यादा होगा। साल 2018 से पहले तीन अच्छे साल बीते हैं जब विमान वाहकों को एबिटिडा स्तर पर औसत रुप से 4,000 करोड़ का फायदा हुआ था।"

रिपोर्ट के मुताबिक एविएशन टर्बाइन फ्यूल की कीमत, जो कि एयरलाइन्स की कुल लागत का 35 से 40 फीसद हिस्सा होती हैं उसके औसत रुप से 28 फीसद ज्यादा होने का अनुमान है। इसके अलावा रुपये की कमजोरी कर्ज में और बढ़ोतरी की वजह बनेगी। क्रिसिल रेटिंग के डायरेक्टर नितेश जैन ने बताया, "एयरलाइन्स के पास भारी भरकम विदेशी कर्ज है जबकि उसे राजस्व रुपये में प्राप्त होता है।"


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