Move to Jagran APP

नोटबंदी के चार सालः वित्त मंत्री ने बताया- नोटबंदी के बाद प्रत्यक्ष कर संग्रह में हुई बढ़ोत्तरी, ITR भरने वालों की संख्या भी बढ़ी

Four Years of Demonetisation वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को कहा कि देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए आज से चार साल पहले लागू किए गए नोटबंदी के फैसले से कालेधन पर अभूतपूर्व तरीके से अंकुश लगा और टैक्स के मोर्चे पर बेहतर अनुपालन देखने को मिला है।

By Ankit KumarEdited By: Published: Sun, 08 Nov 2020 11:21 AM (IST)Updated: Mon, 09 Nov 2020 02:12 PM (IST)
नोटबंदी के चार सालः वित्त मंत्री ने बताया- नोटबंदी के बाद प्रत्यक्ष कर संग्रह में हुई बढ़ोत्तरी, ITR भरने वालों की संख्या भी बढ़ी
सीतारमण ने कहा है कि नोटबंदी से ना सिर्फ पारदर्शिता आई है बल्कि टैक्स बेस बढ़ा है। (PC: PTI)

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को कहा कि देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए आज से चार साल पहले लागू किए गए नोटबंदी के फैसले से कालेधन पर अभूतपूर्व तरीके से अंकुश लगा और टैक्स के मोर्चे पर बेहतर अनुपालन देखने को मिला है। साथ ही डिजिटल इकोनॉमी को बहुत अधिक मजबूती मिली। सीतारमण के कार्यालय ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा है कि नोटबंदी के बाद कराये गए सर्वेक्षणों में यह बात सामने आई कि इस कदम से कई करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का पता चला। उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन क्लीन मनी' से देश की अर्थव्यवस्था को संगठित करने में मदद मिली। 

loksabha election banner

सीतारमण ने कहा है, ''नोटबंदी से ना सिर्फ पारदर्शिता आई है बल्कि टैक्स बेस बढ़ा है। इससे नकली नोट और उसके प्रसार पर अंकुश लगाने में मदद मिली।''

उन्होंने कहा, ''नोटबंदी के बाद बैंकिंग चैनल में नकली नोट की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है।'' 

वित्त मंत्री ने नोटबंदी के अन्य फायदों को गिनाते हुए कहा है कि इस कदम के बाद इनकम टैक्स भरने वाले नए लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी देखने को मिली। इसके अलावा नोटबंदी के बाद कॉरपोरेट टैक्स रिटर्न की संख्या में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिली। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह और डायरेक्ट टैक्स टू जीडीपी रेसिओ में सुधार देखने को मिला। 

भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए सिलसिलेवार ट्वीट में कहा गया है कि नोटबंदी का फैसला रियल एस्टेट के लिए वरदान साबित हुआ। इस ट्वीट में कहा गया है, ''रियल एस्टेट क्षेत्र कालेधन के ट्रांजेक्शन्स के लिए बेहद ही आसन जरिया बना था। नोटबंदी के बाद रियल एस्टेट सेक्टर अब अधिक पारदर्शी, संगठित, भरोसेमंद और खरीदारों के लिए अनुकूल साबित हो रहा है। ''

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है, ''नोटबंदी से देश के नागरिकों को डिजिटल भुगतान को अपनाने का बल मिला। अक्टूबर, 2020 में यूपीआई ट्रांजैक्शन्स की संख्या दो अरब के आंकड़े को पार कर गई। यह दिखाता है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग डिजिटल भुगतान को अपना रहे हैं।''


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.