फोर्टिस बोर्ड 10 मई को करेगा बोलियों पर विचार, केवल बाध्यकारी बोलियों पर ही होगा गौर
फोर्टिस ने कहा है कि सिरिल अमरचंद मंगलदास उसकी कानूनी सलाहकार और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के वित्तीय सलाहकार बने रहेंगे
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। फोर्टिस हेल्थकेयर पर नियंत्रण के लिए लगाई गई बोलियों पर कंपनी का निदेशक बोर्ड 10 मई को फैसला करेगा। कंपनी ने कहा है कि वह इस प्रक्रिया के लिए गठित विशेषज्ञ सलाहकार समिति (ईएसी) की अनुशंसाओं के अनुसार केवल बाध्यकारी बोलियों पर विचार करेगा। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) की दी इन जानकारियों में कंपनी का कहना था कि बोर्ड पहली मई की दोपहर से पहले तक लगाई जाने वाली वर्तमान, संशोधित, नई या परिवर्तित बाध्यकारी बोलियों पर ही चर्चा करेगा।
कंपनी ने बीएसई को यह भी बताया कि ईएसी में दो सदस्य होंगे। उनमें दीपक कपूर और ललित भसीन के नाम शामिल हैं। कंपनी ने कहा, ‘मनीपाल-टीपीजी कंसोर्टियम के साथ बाध्यताओं के चलते उनकी बोली में सुधार छह मई तक स्वीकार किए जा सकेंगे। लेकिन बाकी बोलीकर्ताओं के लिए यह समय-सीमा पहली मई के दोपहर से पहले तक ही है।’ फोर्टिस ने कहा है कि सिरिल अमरचंद मंगलदास उसकी कानूनी सलाहकार और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के वित्तीय सलाहकार बने रहेंगे।
कंपनी के बोर्ड ने अपने प्रबंधन को दूसरा स्वतंत्र निदेशक नियुक्त करने का भी निर्देश दिया है, जो बोली प्रक्रिया में उसकी मदद कर सकें। बोर्ड ने 22 मई को दिल्ली में असाधारण आमसभा की बैठक का भी फैसला किया है। इस बैठक में नेशनल वेस्टमिंस्टर बैंक पीएलसी द्वारा सुझाए गए समाधान पर चर्चा की जाएगी। गौरतलब है कि नेशनल वेस्टमिंस्टर बैंक फोर्टिस के तीन शेयरधारकों जुपिटर इंडिया फंड, ईस्ट ब्रिज कैपिटल मास्टर फंड लिमिटेड और ईस्ट ब्रिज कैपिटल मास्टर फंड- वन लिमिटेड का ट्रस्टी है। इन तीनों शेयरधारकों ने तीन निदेशकों की नियुक्ति के अलावा ब्रायन टेम्पेस्ट, हरपाल सिंह, सबीना वैसोहा और ले. ज. तेजिंदर सिंह शेरगिल को बोर्ड से हटाने की मांग रखी है। बोर्ड ने अपनी बैठक में सुवलक्ष्मी चक्रवर्ती, रवि राजगोपाल व इंद्रजीत बनर्जी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
फोर्टिस की बोली के लिए चार कंपनियों ने बाध्यकारी निविदा डाली है। इनमें केकेआर-समर्थित रेडिएंट लाइफकेयर, मलेशिया की आइएचएच हेल्थकेयर, मनीपाल टीपीजी कंसोर्टियम व मुंजाल व बर्मन परिवार शामिल हैं। हालांकि कंपनी को चीन की फोसुन हेल्थ होल्डिंग्स की तरफ से गैर-बाध्यकारी ऑफर मिला है। लेकिन कंपनी ने स्पष्ट किया है कि वह केवल बाध्यकारी बोलियों पर ही विचार करेगी।
येस बैंक को बेहतर कीमत का भरोसा
निजी क्षेत्र के कर्जदाता यस बैंक ने बोली प्रक्रिया के बाद फोर्टिस हेल्थकेयर के लिए बेहतर कीमत का भरोसा जताया है। बैंक ने कहा कि फोर्टिस हेल्थकेयर बेहद आकर्षक संपत्ति है। गौरतलब है कि यस बैंक फोर्टिस का सबसे बड़ा कर्जदाता है। बैंक ने इस वर्ष मार्च में खत्म तिमाही नतीजे जाहिर करते वक्त कहा था कि फोर्टिस हेल्थकेयर पर उसका 1,500 करोड़ रुपये से ज्यादा बकाया है।