और टूटेगा रुपया, 2018 के अंत तक 76.50 तक टूट सकती है भारतीय करेंसी!
लगातार कमजोर होते रुपये की सेहत में सुधार होने की गुंजाइश कम होती नजर आ रही है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। लगातार कमजोर होते रुपये की सेहत में सुधार होने की गुंजाइश कम होती नजर आ रही है। आईएनजी बैंक एनवी ने रुपये को लेकर अपने अनुमान को और कम कर दिया है।
कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें और राज्य विधानसभा के चुनाव से पहले बढ़ती अनिश्चितता की वजह से रुपये की सेहत और खराब हो सकती है। एशिया की अन्य करेंसी के मुकाबले रुपये का अब तक का प्रदर्शन बेहद बुरा रहा है। ब्लूमबर्ग सर्वे में आईएनजी सिंगापुर के अर्थशास्त्री प्रकाश सकपाल ने रुपये के 76.50 के स्तर पर जाने का अनुमान जाहिर किया है।
अनुमान लगाने वाली इस एजेंसी ने रुपये में 4 फीसद से अधिक की गिरावट का अंदेशा जाहिर किया है।
सकपाल ने कहा, ‘रुपया बहुत हद तक तेल की कीमतों से जुड़ा हुआ है, जिसमें लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ऐसी स्थिति में चालू खाता घाटा को कम करना बेहद चुनौतीपूर्ण होगा।’
वहीं राजनीतिक मोर्च पर देखा जाए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम चुनाव के पहले बड़ी परीक्षा से गुजरने जा रहे हैं। अगले दो महीनों में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव होने हैं। कई ओपिनियन पोल राजस्थान में जहां कांग्रेस की जीत के बारे में अनुमान जाहिर कर रहे हैं वहीं मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर होती नजर आ रही है।
सकपाल ने कहा, ‘यह बड़ा जोखिम है।’ सकपाल ने इससे पहले 2018 के अंत तक डॉलर के मुकाबले रुपये के 75 पर होने का अनुमान जाहिर किया था।
गौरतलब है कि वैश्विक स्तर पर शुरू हुई बिकवाली की वजह से भारतीय बॉन्ड और स्टॉक से विदेशी निवेशकों में बड़ी मात्रा में धन की निकासी की है, जिससे पिछले कुछ हफ्तों में रुपये पर काफी दबाव बढ़ गया है। 11 अक्टूबर को रुपया, डॉलर के मुकाबले 74.48 के स्तर पर चला गया। 2018 में अब तक रुपये डॉलर के मुकाबले 13 फीसद तक टूट चुका है।