FMCG Stocks ने दो दशकों में किया बाजार से बेहतर प्रदर्शन, इस सेक्टर ने की 14.2 फीसद सालाना की कमाई
FMCG क्षेत्र की आठ प्रमुख कंपनियों हिंदुस्तान यूनीलिवर लिमिटेड (HUL) आइटीसी नेस्ले ब्रिटानिया डाबर मैरिको गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (GCPL) तथा कोलगेट का इन दो दशकों के दौरान सालाना आधार पर निवेशकों को रिटर्न 14.2 फीसद रहा है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) यानी रोजमर्रा की जरूरतों के सेग्मेंट ने पिछले दो दशकों के दौरान शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों से बेहतर कमाई की है। जेफ्रीज की रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दो दशकों में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) निफ्टी ने सालाना 11.4 फीसद की दर से रिटर्न दिया है। वहीं एफएमसीजी क्षेत्र की आठ प्रमुख कंपनियों हिंदुस्तान यूनीलिवर लिमिटेड (HUL), आइटीसी, नेस्ले, ब्रिटानिया, डाबर, मैरिको, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (GCPL) तथा कोलगेट का इन दो दशकों के दौरान सालाना आधार पर निवेशकों को रिटर्न 14.2 फीसद रहा है।
शुद्ध रूप से कहा जाए तो जहां पिछले दो दशकों में निफ्टी की कमाई 10 गुना रही है, वहीं एफएमसीजी क्षेत्र की इन 10 कंपनियों की कमाई 17 गुना रही है। हालांकि, इनमें से अधिकांश रिटर्न वर्ष 2010-2020 के दौरान आया है। उससे पहले के दशक (2000-2010) में एफएमसीजी क्षेत्र की इन कंपनियों और निफ्टी की कमाई में ज्यादा अंतर नहीं था।
इस अवधि के दौरान निफ्टी का रिटर्न सालाना आधार पर नौ फीसद और एफएमसीजी कंपनियों का लगभग 15 फीसद था। वैसे, रिपोर्ट के मुताबिक अन्य सेक्टरों की तरह एफएमसीजी ने भी समय-समय पर कम और ज्यादा रिटर्न दिया। उदाहरण के लिए, इन दो दशकों में समीक्षा में शामिल सात मौकों में से तीन के दौरान एफएमसीजी सेक्टर निफ्टी के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन किया।
इनमें से वर्ष 2002 से 2007 के दौरान तो निफ्टी ने जहां छह गुना अधिक रिटर्न दिया, वहीं एफएमसीजी सेक्टर का रिटर्न महज दो गुना रहा। लेकिन वर्ष 2008 में वैश्विक आर्थिक मंदी के बाद चीजें तेजी से बदलीं और एफएमसीजी सेक्टर ने जोरदार रिटर्न दिए।