FMCG की बिक्री कोरोना पूर्व स्तर पर, ग्रामीण मांग की वजह से बदली स्थिति
निल्सन की रिपोर्ट के मुताबिक एफएमसीजी वस्तुओं की बिक्री पिछले साल के अंत या इस साल की पहली तिमाही की तरह हो गई है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। ग्रामीण मांग में तेजी की वजह से एफएमसीजी की बिक्री कोरोना पूर्व स्तर पर आ गई है। यह खुलासा निल्सन की रिपोर्ट में किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक जून महीने में ग्रामीण और शहरी दोनों ही जगहों पर एफएमसीजी उत्पादों की बिक्री में बढ़ोतरी रही, लेकिन ग्रामीण इलाके में एफएमसीजी मांग शहरी इलाके से अधिक रही।
रबी की अच्छी फसल के बाद खरीफ की पिछले साल के मुकाबले अधिक बुवाई, मनरेगा में सरकार द्वारा 40,000 करोड़ की अतिरिक्त राशि और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना के तहत 50,000 करोड़ के अतिरिक्त प्रावधान से ग्रामीण स्तर पर खपत में तेजी दिख रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक एफएमसीजी वस्तुओं की बिक्री पिछले साल के अंत या इस साल की पहली तिमाही की तरह हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक अगर इस साल की पहली तिमाही के दौरान होने वाली बिक्री को हम 100 मान लेते हैं तो फिलहाल हम 98 के स्तर पर है जो लगभग बराबर है।
निल्सन ने यह सर्वे 19-25 जून के बीच किया है। निल्सन की रिपोर्ट के मुताबिक अगर हम इस साल दिसंबर, जनवरी व फरवरी के दौरान होने वाली बिक्री की बेसलाइन को 100 मानते हैं तो जून माह में ग्रामीण इलाके की बिक्री 109 पर चली गई और शहरी इलाके की बिक्री 92 पर पहुंच चुकी है। सफाई से जुड़े आइटम की बिक्री में पिछले साल जून के मुकाबले काफी अधिक बढ़ोतरी दर्ज की गई।