पिछले तिमाही में फ्लैट्स की कीमतों में सात फीसद तक की गिरावट
रिसर्च फर्म की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च तिमाही के दौरान बिना बिके फ्लैटों की संख्या दो प्रतिशत घटकर 5,95,074 यूनिट रह गई
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान देश के नौ शहरों में फ्लैटों कीमत औसतन सात फीसद घट गई। रियल एस्टेट रिसर्च व एनालिटिक्स फर्म प्रॉपइक्विटी के अनुसार बिक्री को बढ़ावा देने के लिए रियल्टी कंपनियों द्वारा मूल्य घटाने के कारण यह रुख दिखाई दिया है।
रिसर्च फर्म की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च तिमाही के दौरान बिना बिके फ्लैटों की संख्या दो प्रतिशत घटकर 5,95,074 यूनिट रह गई जो इससे पिछली तिमाही में 6,08,949 यूनिट थी। पिछली तिमाही के दौरान मकानों की बिक्री आठ प्रतिशत बढ़कर 40,694 यूनिट के स्तर पर पहुंच गई जो इससे पहले वाली तिमाही में 37,555 यूनिट थी।
इस रिपोर्ट में शामिल किए गए नौ शहरों में गुरुग्राम, नोएडा, मुंबई, कोलकाता, पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु, थाणे और चेन्नई शामिल हैं। जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान लांच किए गए नए फ्लैटों की संख्या 48 प्रतिशत बढ़कर 25,970 यूनिट हो गई। पिछली तिमाही में यह आंकड़ा 17,550 यूनिट पर रहा था। समीक्षाधीन अवधि में मकानों की औसत कीमत 6,762 रुपये प्रति वर्ग फुट से सात प्रतिशत घटकर 6,260 रुपये प्रति वर्ग फुट रह गई।
किफायती मकानों पर जोर
प्रॉपइक्विटी के संस्थापक एवं सीईओ समीर जसूजा ने कहा कि हमारा अनुमान है कि चालू वर्ष की पहली तिमाही से रियल्टी बाजार में सुधार आगे भी बने रहने की उम्मीद है। पहली तिमाही में नए प्रोजेक्टों में उपलब्ध फ्लैटों की संख्या बढ़ी है। आगे भी यह रुझान जारी रहने की उम्मीद है। डेवलपर्स मध्यम और सस्ते मकानों पर अधिक ध्यान देंगे।