Move to Jagran APP

Gold में निवेश नहीं है फायदे का सौदा, जानिए पांच कारण

बीते एक साल में गोल्ड ईटीएफ ने कर्ज और इक्विटी की तुलना में काफी अच्छा रिटर्न दिया है। फिर भी सोने को हर बार पर्याप्त रिटर्न देने वाला निवेश नहीं मानना चाहिए। (PCPixabay)

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Thu, 29 Aug 2019 06:11 PM (IST)Updated: Sun, 01 Sep 2019 07:23 PM (IST)
Gold में निवेश नहीं है फायदे का सौदा, जानिए पांच कारण
Gold में निवेश नहीं है फायदे का सौदा, जानिए पांच कारण

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारत में सोने की कीमतें इस समय ऐतिहासिक ऊंचाई पर हैं। कीमत के मामले में सोना हर रोज अपना ही रिकॉर्ड तोड़ता जा रहा है। 29 अगस्त, 2019 को सोने की कीमतें यहां 40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चली गई हैं, लेकिन क्या सोने में निवेश करना फायदेमंद है? तो इसका जवाब है नहीं। भारत में आपको निवेश के लिए सोने को प्राथमिकता देने से बचना चाहिए।

loksabha election banner

हालांकि, बीते एक साल में गोल्ड ईटीएफ ने कर्ज और इक्विटी की तुलना में काफी अच्छा रिटर्न दिया है। फिर भी सोने को हर बार पर्याप्त रिटर्न देने वाला निवेश नहीं मानना चाहिए। गोल्ट ईटीएफ द्वारा अच्छा रिटर्न देने के बावजूद हम आपको कुछ ऐसे कारण बता रहें हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए आपको सोने में कभी ज्यादा पैसा निवेश नहीं करना चाहिए।

गोल्ड ज्वैलरी में निवेश

गोल्ड ज्वैलरी में निवेश करना फायदेमंद नहीं है, क्योंकि इसमें मेकिंग चार्ज और वेस्टेज चार्ज लगता है और आप ज्वैलरी बेचने जाओगे, तो आपको सोने की वास्तविक कीमत की तुलना में 15 से 30 फीसद कम मूल्य मिलेगा। कुछ गहनों पर तो मेकिंग चार्जेज बहुत ही ज्यादा होते हैं। इसलिए गोल्ड ज्वैलरी पर निवेश करना एक बिल्कुल फायदेमंद नहीं है।

सोने के सिक्कों पर निवेश

सोने के सिक्कों पर भी निवेश करना फायदे का सौदा नहीं है। जब आप सोने का सिक्का बेचते हैं, तो मार्जिन के कारण आपको कम दाम मिलता है। दूसरी तरफ आपको उन्हें बैंक लॉकर आदि में रखने के लिए भी खर्चा करना पड़ता है।

रेगुलर इनकम नहीं होती

कई ऐसे निवेश हैं, जो आपको नियमित रूप से मुनाफा देते हैं। जैसे आप अगर स्टॉक मार्केट में निवेश करके हैं, तो आपको कम समय में मुनाफा मिलने की संभावना होती है। वहीं, सोने में कोई नियमित आय नहीं होती है।

बैंक एफडी की तुलना में रिटर्न की कोई गारंटी नहीं होती

अधिकांश एफडी आपको फिक्स्ड रिटर्न की गारंटी देते हैं। वहीं सोने में निवेश करने पर रिटर्न की कोई निश्चितता नहीं होती है।

नकदी में नहीं होना

सोना कोई नकदी नहीं होती इसलिए इसकी तरलता बहुत कम होती है। आपको बड़ी मात्रा में सोना बेचने में परेशानी उठानी पड़ सकती है, जबकि शेयर्स के साथ ऐसा नहीं है। उन्हें बेचना बहुत आसान होता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.