Fitch Solution ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर किया 1.8 फीसद
कोरोना वायरस के बढ़ते घरेलू प्रकोप के कारण अर्थव्यवस्था में बड़े पैमाने पर आय को नुकसान हुआ है। इसके चलते पहले से ही कम निजी खपत में और गिरावट की उम्मीद है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। रेटिंग एजेंसी फिच सॉल्यूशंस ने वित्त वर्ष 2021 के लिए देश की जीडीपी ग्रोथ रेट के अनुमान में कटौती की है। फिच ने सोमवार को मौजूदा वित्त वर्ष के लिए देश की जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 1.8 फीसद कर दिया है। एजेंसी ने कहा की कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते आय में बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है, जिसके चलते निजी खपत में गिरावट आ रही है। एजेंसी ने कहा कि वह भारत के लिए अप्रैल 2020 से मार्च 2021 के वित्त वर्ष के लिए वास्तविक GDP ग्रोथ रेट के अनुमान को पहले के 4.6 फीसद से घटाकर 1.8 फीसद करती है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा, 'पिछले सप्ताह से हम लगातार हमारे देश की वास्तविक जीडीपी के अनुमान को तेल की घटती कीमतों और कोरोना वायरस के फैलाव के आधार पर समायोजित कर रहे थे। हमारे पूर्वानुमान लगातार बदल रहे हैं। हालिया गिरावट के बावजूद, हम मानते हैं कि और गिरावट के लिए जोखिम अभी भी बना हुआ है।'
एजेंसी ने कहा, 'कोरोनावायरस के बढ़ते घरेलू प्रकोप के कारण अर्थव्यवस्था में बड़े पैमाने पर आय को नुकसान हुआ है। इसके चलते पहले से ही कम निजी खपत में और गिरावट की उम्मीद है।' फिच सोल्यूशंस ने फिक्स्ड इन्वेस्टमेंट में बड़ी गिरावट की आशंका भी जताई है। एजेंसी का कहना है कि कारोबारी पूंजीगत व्यय में कटौती की और बढ़ रहे हैं, ताकि आर्थिक अनिश्चितता के समय में नकदी का संरक्षण काम आ सके।
एजेंसी ने साल 2020 के लिए चीन की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को भी परिवर्तित किया है। एजेंसी ने 2020 के लिए चीन की वास्तविक जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को पहले के 2.6 फीसद से घटाकर 1.1 फीसद कर दिया है। यह वैश्विक आर्थिक मंदी को दर्शाता है। एजेंसी ने कहा कि चीन की वास्तविक जीडीपी साल 2020 की पहली तीमाही में 6.8 फीसद की दर से गिरी है। एजेंसी का अनुमान है कि निजी खपत और शुद्ध निर्यात में भारी गिरावट जारी रहेगी।