राजकोषीय घाटा ने पार किया वित्त वर्ष 2017 के अनुमानित लक्ष्य का आंकड़ा, जनवरी तक रहा 5.64 लाख करोड़
अप्रैल से जनवरी की अवधि के दौरान राजकोषीय घाटा 5.64 लाख करोड़ का रहा
नई दिल्ली। अप्रैल से जनवरी की अवधि के दौरान राजकोषीय घाटा 5.64 लाख करोड़ का रहा है। बीते 10 महीनों के दौरान सरकार का यह घाटा वित्त वर्ष 2017 के लिए तय किए गए लक्ष्य अनुमान का 105.7 फीसद रहा है। आपको बता दें कि बीते वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा सरकार के अनुमानित लक्ष्य का 95.8 फीसद रही था। यह आंकड़ें मंगलवार को सरकार की ओर से जारी किए गए हैं।
साथ ही इसी अवधि के दौरान नॉन टैक्स रेवेन्यू 1.93 लाख करोड़ का रहा है जो कि वित्त वर्ष 2017 के लक्ष्य का 59.8 फीसद है। वहीं टोटल एक्सपेंडीचर इसी अवधि में 16.18 लाख करोड़ का रहा है जो कि वित्त वर्ष 2017 के आंकड़ों का 81.8 फीसद रहा है।
अगर नॉन प्लान एक्सपेंडीचर की बात की जाए तो अप्रैल से जनवरी की अवधि के दौरान यह 11.74 लाख करोड़ का रहा जो कि वित्त वर्ष 2017 के लक्ष्य का 82.2 फीसद है। वहीं इसी अवधि में प्लान एक्सपेंडीचर 4.43 लाख करोड़ का रहा जो कि वित्त वर्ष 2017 के अनुमान का 114.4 फीसद रहा है। अप्रैल से जनवरी की अवधि के दौरान नेट टेक्स रेवेन्यू 8.16 लाख करोड़ रुपए का रहा है जो कि वित्त वर्ष 2017 के अनुमान का 77.4 फीसद है।
वहीं समान अवधि में टोटल रेवेन्यू रिसेप्ट 10.09 लाख करोड़ की रही जो कि वित्त वर्ष 2017 के अनुमान का 73.3 फीसद है। साथ ही अप्रैल से जनवरी के बीच नॉन टैक्स रेवेन्यू 1.93 लाख करोड़ का रहा जो कि वित्त वर्ष 2017 के अनुमान का 59.8 फीसद है। वहीं अप्रैल से जनवरी के बीच नॉन डेब्ट कैपिटल रिसेप्ट 44,071 करोड़ रुपए रही जो कि वित्त वर्ष 2017 के अनुमान का 65.6 फीसद है और इसी अवधि में टोटल रिसेप्ट 10.53 लाख करोड़ रही है जो कि वित्त वर्ष 2017 के अनुमान का 72.9 फीसद है।