2019-20 के पहले छह महीनों में 4.42 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लेगी सरकार: वित्त मंत्रालय
घाटे की भरपाई करने के लिए सरकार सिक्योरिटीज और ट्रेजरी बिल्स की मदद से कर्ज लेती है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। एक अप्रैल से शुरू होने जा रहे वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में सरकार 4.42 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लेगी। बजट के मुताबिक 2019-20 में सरकार ने कुल 7.1 लाख करोड़ रुपये के कर्ज का लक्ष्य रखा है, जो चालू वित्त वर्ष के मुकाबले अधिक है।
चालू वित्त वर्ष में सरकार ने 5.71 लाख करोड़ रुपये के कर्ज का अनुमान जताया है। 2019-20 के लिए कर्ज कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि अप्रैल से सितंबर के बीच सरकार का सकल कर्ज 4.42 लाख करोड़ रुपये रहा है। उन्होंने कहा कि अगले वित्त वर्ष की पहली छमाही में सरकार का शुद्ध कर्ज 3.4 लाख करोड़ रुपये का होगा। सकल कर्ज में पिछले कर्ज के लिए किए गए भुगतान को भी शामिल किया जाता है।
गर्ग ने कहा कि सरकार चालू वित्त वर्ष में जीडीपी के मुकाबले 3.4 फीसद घाटे के लक्ष्य को पूरा करेगी। इससे पहले सरकार ने 3.3 फीसद घाटे का लक्ष्य रखा था, जिसे अंतरिम बजट के दौरान बढ़ाकर 3.4 फीसद किया जा चुका है।
गौरतलब है कि घाटे की भरपाई करने के लिए सरकार सिक्योरिटीज और ट्रेजरी बिल्स की मदद से कर्ज लेती है। 2019-10 के लिए सरकार ने 3.4 फीसद घाटे का लक्ष्य रखा है।
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