नई बैंक लाइसेंस नीति का उद्योग जगत ने किया स्वागत
नई दिल्ली। उद्योग जगत ने निजी क्षेत्र में नए बैंकिंग लाइसेंस जारी करने के लिए अंतिम गाइडलाइंस जारी होने का स्वागत किया। उद्योग मंडल एसोचैम ने शनिवार को कहा कि इससे बैंकिंग सेवाओं का विस्तार करने में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि नए नियमों के तहत सभी निजी और सरकारी कंपनियां, कॉरपोरेट समूह और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनि
नई दिल्ली। उद्योग जगत ने निजी क्षेत्र में नए बैंकिंग लाइसेंस जारी करने के लिए अंतिम गाइडलाइंस जारी होने का स्वागत किया। उद्योग मंडल एसोचैम ने शनिवार को कहा कि इससे बैंकिंग सेवाओं का विस्तार करने में मदद मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि नए नियमों के तहत सभी निजी और सरकारी कंपनियां, कॉरपोरेट समूह और गैर बैंकिंग वित्ताीय कंपनियों [एनबीएफसी] बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन दे सकती हैं। एसोचैम के अध्यक्ष राजकुमार धूत ने कहा, इससे ना केवल बैंकिंग सेवाओं का विस्तार करने में मदद मिलेगी, बल्कि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि साथ ही मौजूदा एनबीएफसी को बैंकों में तब्दील होने की अनुमति देने संबंधी प्रावधान किए जाने से एनबीएफसी क्षेत्र की मांग भी पूरी होगी।
इससे पहले रिजर्व बैंक ने नए बैंक लाइसेंस जारी करने के लिए शुक्रवार को अंतिम दिशानिर्देश जारी कर दिए जिसमें निजी और सार्वजनिक क्षेत्र में कंपनियों के साथ साथ एनबीएफसी को बैंकिंग क्षेत्र में उतरने की अनुमति दी गई है।
रिलायंस कैपिटल के सीईओ सैम घोष ने कहा, हम नए बैकिंग लाइसेंस दिशानिर्देशों का स्वागत करते हैं। ये दूरदर्शी हैं और रिलायंस कैपिटल बैंकिंग लाइसेंस के लिए आवेदन करना चाहेगी।
रिजर्व बैंक ने 1993 में निजी बैंकों को अनुमति दी थी और आखिरी बार 2001 में दो इकाइयों. कोटक महिंद्रा बैंक और यस बैंक को लाइसेंस जारी किए थे।