पहले चार महीनों में 112 फीसद बढ़ा FDI, अगस्त में कच्चे तेल का उत्पादन 2.3 फीसद गिरा
सबसे ज्यादा 23 फीसद एफडीआइ आटोमोबाइल क्षेत्र में आया है। इसके बाद कंप्यूटर साफ्टवेयर और हार्डवेयर की हिस्सेदारी 18 फीसद और सर्विस सेक्टर की हिस्सेदारी 10 फीसद रही। 45 फीसद एफडीआइ के साथ कर्नाटक जहां शीर्ष पर है
नई दिल्ली, पीटीआइ। चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों (अप्रैल से जुलाई) के दौरान देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 112 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। पिछले वर्ष की इसी समान अवधि में जहां 9.6 अरब डालर का एफडीआइ आया था वहीं चालू वर्ष में 20.42 अरब डालर का निवेश आया है।
2021-22 के पहले चार महीनों के दौरान आए कुल एफडीआइ की बात करें तो यह 27.37 अरब डालर था जो इसी अवधि में एक साल पहले 16.92 अरब डालर के स्तर पर था।
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सबसे ज्यादा 23 फीसद एफडीआइ आटोमोबाइल क्षेत्र में आया है। इसके बाद कंप्यूटर साफ्टवेयर और हार्डवेयर की हिस्सेदारी 18 फीसद और सर्विस सेक्टर की हिस्सेदारी 10 फीसद रही। 45 फीसद एफडीआइ के साथ कर्नाटक जहां शीर्ष पर है वहीं 23 फीसद के साथ महाराष्ट्र दूसरे और 12 फीसद के साथ दिल्ली तीसरे स्थान पर है।
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अगस्त में कच्चे तेल का उत्पादन 2.3 फीसद गिरा
अगस्त के महीने में भारत में कच्चे तेल का उत्पादन 2.3 फीसद गिर गया है। हालांकि रिलायंस-बीपी के केजी-डी6 क्षेत्रों से उत्पादन के चलते प्राकृतिक गैस का उत्पादन 20 फीसद बढ़ गया है। भारत अपनी तेल की जरूरतों को पूरा करने के लिए आयात पर 85 प्रतिशत निर्भर है और सरकार लंबे समय से घरेलू उत्पादन बढ़ाने के तरीकों पर विचार कर रही है ताकि आयात निर्भरता को कम किया जा सके।
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