धन्नासेठों की कुंडली तैयार कर रहा आयकर विभाग!
टैक्स चोरों पर नकेल कसने के लिए आयकर विभाग धन्नासेठों की आर्थिक कुंडली तैयार कर रहा है। आधुनिक तकनीकी संसाधनों के अलावा विभाग के खुफिया तंत्र ढेरों सूचनाएं देने के साथ ही विभिन्न स्रोतों से होने वाले लेनदेन की जानकारियां भी दे रहे हैं। विभाग का मानना है कि सारे लेनदेन चेक के जरिये और 'पैन' का उपय
भोपाल, [राजीव सोनी]। टैक्स चोरों पर नकेल कसने के लिए आयकर विभाग धन्नासेठों की आर्थिक कुंडली तैयार कर रहा है। आधुनिक तकनीकी संसाधनों के अलावा विभाग के खुफिया तंत्र ढेरों सूचनाएं देने के साथ ही विभिन्न स्रोतों से होने वाले लेनदेन की जानकारियां भी दे रहे हैं।
विभाग का मानना है कि सारे लेनदेन चेक के जरिये और 'पैन' का उपयोग बढ़ते ही छापा मारने की जरूरत नहीं रहेगी। कम नकद भुगतान से पारदर्शिता बढ़ेगी। विभाग की सेंट्रल इंफॉर्मेशन ब्रांच (सीआइबी) को आर्थिक सूचनाएं एकत्र करने का ही काम सौंपा गया है। करीब 400 विभिन्न स्रोतों से विभाग को एनुअल इंफॉर्मेशन रिटर्न भी मिलने लगे हैं। इनकी समीक्षा के बाद टैक्स अदायगी और चोरी पर चौकसी बढ़ गई है। आयकर ने अपने खुफिया तंत्र के अलावा बैंक, कमोडिटी मार्केट, पंजीयन विभाग, म्यूचुअल फंड, बैंक क्रेडिट कार्ड, ट्रेवल एजेंसी एवं ज्वेलर्स सहित सूचनाओं के और भी स्रोत विकसित कर लिए हैं।
लेखाजोखा पर नजर
आधुनिक सिस्टम का कमाल है कि शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड, ज्वेलरी या फिर प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त करते ही इसकी सूचना सीआइबी विंग में दर्ज हो जाती है। विदेश यात्राओं एवं महंगी गाड़ियां आदि में पैसा खर्च करने वालों का लेखाजोखा पहले से ही रखा जा रहा है।
अमेरिका में नहीं पड़ते छापे
विभाग के अफसरों का कहना है कि अमेरिका में लेनदेन चेक या क्रेडिट कार्ड से होने से छापे की नौबत नहीं आती। लेनदेन का प्रचलन न के बराबर है। वहां एडवांस टेक्नॉलाजी के ऐसे उपकरण भी हैं जिनके जरिये किसी बिल्डिंग का भी पूरा स्कैन हो जाता है। भवन में कितने कमरे हैं, कितने लोग मौजूद हैं, इसकी जानकारी एक क्लिक पर मिल जाती है। ओसामा बिन लादेन को दबोचने के लिए अमेरिका ने इस तकनीक का सहारा लिया था।