एतिहाद ने जेट एयरवेज में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 49 फीसद करने का रखा प्रस्ताव
वर्तमान में जेट एयरवेज में एतिहाद की हिस्सेदारी 24 फीसद है, जिसे वह बढ़ाना चाहता है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। राहत पैकेज का इंतजार कर रहे जेट एयरवेज मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है, ऋणदाता अब एक नए प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं। पिछले हफ्ते किसी रेजोल्यूशन के सामने न आने और जारी गतिरोध के बीच अबू-धाबी के स्वामित्व वाली एतिहाद ने जेट एयरवेज में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का एक वैकल्पिक प्रस्ताव रखा है।
सेबी (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) के प्रिफरेंशियल अलॉटमेंट के सिद्धांत को अवास्तविक और काम न करने वाला पाये जाने के बाद एतिहाद ने 500 मिलियन डॉलर के राइट इश्यू का प्रस्ताव रखा है। इस मैकेनिज्म के जरिए एतिहाद ने जेट एयरवेज में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाकर 49 फीसद किए जाने का प्रस्ताव रखा है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि वर्तमान में जेट एयरवेज में एतिहाद की हिस्सेदारी 24 फीसद है और एतिहाद की ओर से जो राइट इश्यू जारी किए गए हैं उसके 160 रुपये प्रति शेयर होने का अनुमान है। राइट इश्यू के सब्सक्रिप्शन के जरिए इसकी ओर से 2170 करोड़ रुपए निवेश किए जाने की योजना है। अन्य निवेशक और कर्जदाता भी राइट इश्यू को सब्सक्राइब कर सकते हैं।
जेट एयरवेज का भी मानना है कि एतिहाद की ओर से खुले प्रस्ताव की आवश्यकता को नकारने के लिए राइट इश्यू सही विकल्प है, जिसके लिए यूएई की एयरलाइन्स तैयार नहीं थी। ठीक इसी प्रकार एतिहाद बाजार में नकदी के बहिर्वाह की आवश्यकता को नकारने के लिए राइट इश्यू की योजना बना रहा था।