EPFO Interest Rate: भविष्य निधि जमा पर कल आ सकता है सरकार का बड़ा फैसला, ब्याज दर पर अपडेट संभव
Provident Fund Interest Rate 2023 कर्मचारी भविष्य निधि जमा पर लगने वाले ब्याज पर कल फैसला आने की उम्मीद है। दो दिवसीय बैठक में इससे जुड़े मामलों पर बातचीत की जा सकती है। इससे जुड़ी पूरी जानकारी नीचे देखें। (फाइल फोटो)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। ईपीएफओ (EPFO) कल कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) जमा पर ब्याज दर की घोषणा कर सकती है। सोमवार से शुरू होने वाली दो दिवसीय बैठक में इससे जुड़े मामलों पर बातचीत किए जाने की उम्मीद है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन से जुड़े निर्णय लेने वाला सर्वोच्च निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) अपनी दो दिवसीय बैठक में 2022-23 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर तय कर सकता है। इसके अलावा, सीबीटी ईपीएफओ के 2022-23 के वार्षिक खातों पर भी चर्चा करेगा।
कम ब्याज दर होने की उम्मीद
साल 2022-23 में कर्मचारी भविष्य निधि में लगने वाले ब्याज दर में कमी आने की उम्मीद है। बता दें कि ईपीएफओ ने 2021-22 के लिए ईपीएफ पर ब्याज घटाकर चार दशक के निचले स्तर 8.1 प्रतिशत कर दिया था, जो कि एक साल पहले यानी कि 2020-21 में 8.5 प्रतिशत था। इस तरह यह 1977-78 के लिए ईपीएफ की ब्याज दर 8 फीसदी के बाद 2021-22 दूसरा सबसे कम ब्याज दर वाला साल रहा।
इन मामलों पर हो सकती है चर्चा
कर्मचारी भविष्य निधि के ब्याज दरों पर अहम फैसला लेने के अलावा, बैठक में कर्मचारी पेंशन योजना 1995 के अंशधारकों के लिए उच्चतम न्यायालय के आदेश पर ईपीएफओ द्वारा की गई कार्रवाई पर भी विचार-विमर्श किए जाने की उम्मीद है।
इस तरह रहे ब्याज के आंकड़े
- PF पर लगने वाले ब्याज दरों पर नजर डालें तो ये 2011-12 में EPF ब्याज दर 8.25 फीसदी थी।
- इसके बाद रिटायरमेंट फंड बॉडी ने 2013-14 के साथ-साथ 2014-15 में 8.75 फीसदी ब्याज दिया था, जो 2012-13 के 8.5 फीसदी से ज्यादा है।
- 2015-16 में ब्याज दर 8.8 प्रतिशत थी।
- ईपीएफओ ने 2016-17 में अपने ग्राहकों को 8.65 प्रतिशत और 2017-18 में 8.55 प्रतिशत ब्याज दर प्रदान की थी।
- 2018-19 के लिए यह 8.65 प्रतिशत तय की गई थी।
- ईपीएफओ ने भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर को 2019-20 के लिए 8.5 प्रतिशत के सात साल के निचले स्तर पर घटा दिया था।
- 2020-21 के लिए ईपीएफ जमा पर 8.5 प्रतिशत की ब्याज दर सीबीटी द्वारा तय की गई थी।