कारोबार को लेकर बढ़ता जा रहा है उद्यमियों का भरोसा, सीआइआइ के सर्वे में खुलासा
सीआइआइ के सर्वे के मुताबिक 50 फीसद उद्यमियों को अपनी बिक्री और नए ऑर्डर में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। अनलॉक की प्रक्रिया में तेजी के साथ इकोनॉमी को पटरी पर लाने के प्रयास का असर दिखने लगा है। दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के लिए उद्यमियों के कारोबार भरोसा बहाली सूचकांक (बिजनेस कंफीडेंस इंडेक्स, बीसीआइ) में पहली तिमाही के मुकाबले 9 फीसद की बढ़ोतरी देखी गई। दूसरी तिमाही में बीसीआइ 50.3 फीसद के स्तर पर पहुंच गया जबकि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में बीसीआइ 41 फीसद के स्तर पर था। अगस्त और सितंबर माह के दौरान औद्योगिक संगठन सीआइआइ की तरफ से किए गए सर्वे में यह नतीजे सामने आए।
सीआइआइ के सर्वे के मुताबिक 50 फीसद उद्यमियों को अपनी बिक्री और नए ऑर्डर में बढ़ोतरी की उम्मीद है। हालांकि 50 फीसद उद्यमी अपने मुनाफे में गिरावट की उम्मीद कर रहे हैं। सर्वे के मुताबिक 46 फीसद उद्यमी यह भी मानते हैं कि चालू वित्त वर्ष के आने वाले महीनों में महंगाई दर में बढ़ोतरी होगी। 18 फीसद मानते हैं कि महंगाई दर घटेगी और 28 फीसद आने वाले महीनों में महंगाई के समान स्तर पर रहने की उम्मीद कर रहे हैं।
अधिकतर उद्यमी अब आरबीआइ की मौद्रिक नीति में बदलाव की कोई उम्मीद नहीं कर रहे हैं। सर्वे में हिस्सा लेने वाले 37 फीसद उद्यमियों का मानना है कि आरबीआइ अब दरों में कटौती नहीं करेगा। हालांकि 20 फीसद उद्यमी को चालू वित्त वर्ष में आरबीआइ की दरों में 25 आधार अंक की और कटौती की उम्मीद है। सर्वे में यह भी खुलासा हुआ कि कोरोना की वजह से अपने मूल राज्य को वापस चले गए श्रमिक अब तेजी से वापस लौट रहे हैं। 42 फीसद उद्यमियों ने बताया कि उनके 75 फीसद श्रमिक अपने काम पर लौट आए हैं। 22 फीसद उद्यमी बाकी के श्रमिकों के आने वाले महीनों में वापस लौटने की संभावना जाहिर कर रहे हैं।
44 फीसद उद्यमियों ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में घरेलू स्तर पर अपनी निवेश योजना में कोई बदलाव नहीं किया है। 40 फीसद ने चालू तिमाही में कारोबारी निवेश में गिरावट की बात कही। सिर्फ 16 फीसद ने चालू तिमाही में घरेलू निवेश योजना में बढ़ोतरी की बात बताई। हालांकि उद्यमी दूसरी तिमाही में अपने मुनाफे को लेकर बहुत आशान्वित नहीं है। 49 फीसद उद्यमियों ने दूसरी तिमाही में अपने कर पश्चात मुनाफे में गिरावट की उम्मीद जाहिर की। सिर्फ 25 फीसद उद्यमियों को दूसरी तिमाही में शुद्ध मुनाफे में बढ़ोतरी की उम्मीद है। 26 फीसद को कंपनी के वित्तीय परिणाम में किसी प्रकार के बदलाव की उम्मीद नहीं है।
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राजीव कुमार