कारोबार और निर्यात को बढ़ावा देने में राज्यों की भागीदारी पर जोर
देश का निर्यात अप्रैल से नवंबर 2017 के दौरान 12 फीसद बढ़कर 196.48 अरब डॉलर हो चुका है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। पूरे देश में कारोबार का माहौल बनाने और निर्यात में राज्यों की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए केंद्र एक बार फिर कवायद शुरू करने जा रहा है। सोमवार को केंद्र ने व्यापार विकास व प्रोत्साहन परिषद की बैठक बुलाई है जिसमें राज्यों में कारोबारी माहौल को दुरुस्त करने के उपायों पर विचार होगा। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु की अध्यक्षता में होने वाली परिषद की बैठक में निर्यात वृद्धि के लिए राज्यों की सक्रिय भागीदारी बढ़ाने पर जोर रहेगा।
इस परिषद का गठन केंद्र सरकार ने तीन जुलाई 2015 को किया था। बैठक में राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के वाणिज्य और उद्योग मंत्री हिस्सा लेंगे। इनके अतिरिक्त केंद्र सरकार के सभी संबंधित विभागों के सचिव और सभी निर्यात संगठनों के प्रमुख हिस्सा लेंगे।
देश का निर्यात अप्रैल से नवंबर 2017 के दौरान 12 फीसद बढ़कर 196.48 अरब डॉलर हो चुका है। सरकार मान रही है कि आने वाले वक्त में निर्यात अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन साबित हो सकता है। अगर निर्यात बढ़ता है तो देश में मैन्युफैक्चरिंग की रफ्तार पर भी सकारात्मक असर होगा। इसीलिए सरकार चाहती है कि राज्य इसमें गंभीर भूमिका निभाएं। इस बैठक का मकसद भी इस क्षेत्र में राज्यों की भूमिका को बढ़ाने का है।