एयरसेल-मैक्सिस डील: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने की पी चिदंबरम से पूछताछ
चिदंबरम पर एफडीआई के लिए नियमों की अनदेखी कर एयरसेल-मैक्सिस कंपनी को लाभ पहुंचाने का आरोप है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। एयरसेल-मैक्सिस के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम से पूछताछ की। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों के जरिए सामने आई है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चिदंबरम के बयान को मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) की रोकथाम के तहत दर्ज किया जाएगा। यह आसानी से समझा जा सकता है कि एजेंसी इस संबंध में नए सिरे से पूछताछ करना चाहती है। एजेंसी ने इसके पहले इस समझौते के दौरान विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) के अधिकारियों का बयान रिकॉर्ड किया था और ऐसी उम्मीद है कि चिदंबरम को इन दोनों का सामना करना पड़ सकता है।
जून महीने में इस मामले में ईडी द्वारा की गई इसी तरह की पूछताछ के बाद चिदंबरम ने कहा था कि उन्होंने एजेंसी को जो बताया वह पहले से ही सरकारी दस्तावेजों में दर्ज किया जा चुका है।
एयरसेल मैक्सिस मामले में सीबीआइ ने पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम को भी आरोपी बनाया है। इससे पहले उनके बेटे कार्ति के अलावा 16 लोगों के नाम शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक इनमें कुछ रिटायर्ड और सेवारत सरकारी अधिकारियों के नाम शामिल हैं।
बता दें कि चिदंबरम पर एफडीआई के लिए नियमों की अनदेखी कर एयरसेल-मैक्सिस कंपनी को लाभ पहुंचाने का आरोप है। 5 जून 2018 को पी चिंदबरम ने ईडी के समक्ष पूछताछ के लिए प्रस्तुत हुए थे। 13 जून को ईडी की ओर से फाइल की गई चार्जशीट में पीएमएलए के सेक्शन 4 के अंतर्गत कार्ति की एजेंसी का नाम और चार अन्य लोगों का नाम शामिल किया गया।