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आर्थिक सुस्ती चक्रीय है, भारत में निवेश का यह सही समय: पीयूष गोयल

उन्होंने कहा कि सरकार आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कदम उठा रही है

By NiteshEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 04:47 PM (IST)Updated: Wed, 16 Oct 2019 09:07 AM (IST)
आर्थिक सुस्ती चक्रीय है, भारत में निवेश का यह सही समय: पीयूष गोयल
आर्थिक सुस्ती चक्रीय है, भारत में निवेश का यह सही समय: पीयूष गोयल

नई दिल्ली, पीटीआइ। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि हालिया आर्थिक सुस्ती चक्रीय है जो लंबे समय तक नहीं चलने वाली है। उन्होंने कहा कि भारत में निवेश करने का यह सही समय है। हालांकि, गोयल ने माना कि देश की आर्थिक वृद्धि पिछली दो तिमाहियों (जनवरी-मार्च और अप्रैल जून 2019) में छह साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। इंडिया एनर्जी फोरम की चर्चा में गोयल ने कहा कि भारत जैसी अर्थव्यवस्था के पास बड़े अवसर हैं, इस तरह की आर्थिक सुस्ती नहीं हो तो यह बेहतर कर सकती है, उन्होंने कहा कि हाल के समय में चुनौतियां बढ़ी हैं। मौजूदा नरमी चक्रीय है और यह विभिन्न क्षेत्रों में अवसर प्रदान करती है।

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उन्होंने आगे कहा कि अगर पिछली दो तिमाहियों को छोड़ दें तो हमने लगभग चार से पांच साल तक बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि सुस्ती कुछ खास सेक्टर में है, जबकि कई दूसरे क्षेत्रों में अच्छा अवसर है। गोयल ने कहा कि मैं सुस्ती देख रहा हूं, लेकिन मैं इससे घबराया नहीं हूं, यह हम सभी के लिए क्षमता, उत्पादकता और उत्पादन की लागतों के पुनर्मूल्यांकन करने का अवसर है।

भारत में निवेश के लिए सही सही समय का जिक्र करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि है इससे पहले कि अर्थव्यवस्था फिर से मजबूत हो निवेशक डायरेक्ट फंड के जरिये निवेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कदम उठा रही है, आर्थिक वृद्धि को गति देने के सरकार के प्रयासों के बारे में उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में भारत ने सामूहिक रूप से निवेश देखा जो पिछले पांच साल के मुकाबले ढाई गुना था। केन्द्रीय मंत्री का मानना है कि भारत में 60-70 बिलियन डॉलर की निवेश क्षमता के साथ ऊर्जा क्षेत्र में बड़ी भूमिका है। उन्होंने आगे कहा कि भारत आधुनिक तकनीक से जुड़ने को तैयार है और घरेलू उत्पादन में खासकर गैस क्षेत्र में कार्यक्षमता बढ़ाने की ओर अग्रसर है।

प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के बारे में उन्होंने कहा कि भारत ने सुरक्षा या राष्ट्रीय नीतिगत चिंताओं को छोड़कर, लगभग सभी क्षेत्रों के लिए एफडीआई की मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में 100 फीसद एफडीआई की अनुमति है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे वृद्धि का इंजन बनने के साथ लॉजिस्टिक लागत नीचे लाने के लिये अगले 12 साल में 700 अरब डॉलर के कार्यक्रम पर जोर देगा। गोयल ने कहा कि इसी प्रकार बुनियादी ढांचा क्षेत्र में अगले पांच साल में 1,400 अरब डॉलर निवेश निवेश का दृष्टकोण है, इससे निश्चित रूप से वृद्धि को गति मिलेगी।


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