रुपये में लगातार गिरावट आपकी जेब पर पड़ सकती है भारी, जानिए- कैसे?
रुपये में जिस तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है उसका असर आने वाले दिनों में आपकी जेब पर भी पड़ सकता है। आइए, आपको बताते हैं रुपये की कीमत गिरने से आपकी आय कैसे होगी प्रभावित?
नई दिल्ली। ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर होने पर दुनियाभर की अर्थव्यवस्था को झटका लगा है। शुक्रवार को आए ब्रेक्सिट के फैसले के बाद दुनियाभर के निवेशकों को करीब 2 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान उठाना पडा जिससे वर्ल्ड करेंसी मार्केट बुरी तरह हिल गई। भारतीय रुपये में भी डॉलर के मुकाबले 72 पैसे की कमजोरी नजर आई जबकि पाउंड भी डॉलर के मुकाबले 1322 के स्तर पर आ गया जो कि 1985 के बाद से पाउंड में सबसे बड़ी गिरावट है। ब्रेक्सिट की वजह से चीन के सेंट्रल बैंक ने भी युआन को 1 फीसदी तक डिवैल्यूड कर दिया जिससे युआन की डॉलर के मुकाबले कीमत पांच सालों के निम्न स्तर पर पहुंच गई।
ऐसे में जब दुनियाभर की अर्थव्यवस्था गिर रही हो तो निवेशक सुरक्षित निवेश को ही प्राथमिकता देते हैं और इस बार भी ऐसा ही हुआ। निवेशकों ने इनवेस्टमेंट स्टॉक की जगह ज्यादा सुरक्षित समझे जाने वाले अमेरिकी डॉलर, सोना, येन और स्विस फ्रैंक जैसे एसेट्स में निवेश किया। बाजार के जानकार मान रहे हैंं कि इतना बड़ा नुकसान झेलने के बाद निवेशक फिलहाल कुछ समय तक सुरक्षित निवेश को ही प्राथमिकता देंगे यानि आने वाले दिनों में रुपये की कीमत और बढ़ने की आशंका है।
पढ़ें- ब्रेक्सिट की वजह से 2008 का रिकार्ड टूटा, दुनिया को हुआ सबसे बड़ा नुकसान
रुपये में जिस तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है उसका असर आने वाले दिनों में आपकी जेब पर भी पड़ सकता है। आइए आपको बताते हैं रुपये की कीमत गिरने से आपकी आय कैसे होगी प्रभावित...
व्यापार घाटा बढ़ेगा
रुपये की कीमत कम हुई तो इसका सीधा असर हमारे निर्यात पर पड़ेगा क्योंकि रुपये की कीमत गिरने से दुनियाभर के बाजारों में भारतीय सामान की कीमत कम हो जाएगी जिससे मुनाफा घटेगा। वैसे भी हमारे निर्यात लगातार कम होते जा रहे हैं क्योंकि हमें चीन, ताईवान और वियतनाम से कड़ी टक्कर मिल रही है।
इसके अलावा भारत क्रु़ड ऑयल, सोना और इलेेक्ट्रॉनिक्स का बड़े पैमाने पर आयात करता है। अगर रुपया गिरा तो इन वस्तुओं का आयात महंगा हो जाएगा। इसके अलावा भारत में पिछले दो साल से मानसून खराब है और ऐसे में हम खाने के तेल से लेकर दालों तक का विदेशों से आयात कर रहे हैं और इनसे भी रुपये पर दवाब पड़ रहा है।
पढ़ें- ब्रेक्सिट की वजह से दो साल के सबसे उंचे स्तर पर सोना, चांदी भी तेज
अगले महीने रुपये के और कमजोर होने की उम्मीद
रुपये का पुट कॉल रेशियो 1.53 के स्तर पर आ गया है। इसका मतलब है कि डॉलर पर खरीदे गए हर पुट यानि रुपये पर कॉल्स पर डॉलर पर 1.53 काल्स यानि रुपये पर पुट खरीदे गए हैं। इसलिए जानकारों का मानना है कि अगले महीने भी रुपये में और गिरावट आ सकती है।
डॉलर के लिए अच्छे संकेत
दुनियाभर के निवेशक इस समय डॉलर को सुरक्षित निवेश मान रहे हैं क्योंकि ब्रेक्सिट की वजह से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को कोई खास फर्क नहीं पड़ा है। ब्रेक्सिट की आशंका से जहां एक ओर दुनियाभर के बाजार गिर रहे थे वहीं अमेरिकी शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे। हालांकि बाजार के जानकारों के मुताबिक इस साल अमेरिका में भी राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं और अगलेे साल जनवरी में नई सरकार चुनी जाएगी। ऐसे में अमेरिकी अर्थव्यवस्था भी कुछ समय के लिए चरमरा सकती है।