FY19 में रफ्तार पकड़ेगी भारत की जीडीपी ग्रोथ: डेलॉयट
डेलॉयट की रिपोर्ट में कहा गया है कि जीएसटी और नोटबंदी के प्रभावों को अब कम किया जा रहा है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। बुनियादी ढांचागत क्षेत्रों से जुड़े खर्चों में हुए इजाफे और ग्रामीण मांग में आया सुधार भारती की जीडीपी ग्रोथ को बढ़ाने वाले अहम कारकों में से एक होगा। यह जानकारी ब्रिटिन की एडवाइजरी फर्म डेलॉयट की ओर से सामने आई है। डेलॉयट वॉइस ऑफ एशिया नाम की यह रिपोर्ट बुधवार को जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और व्यापार के संदर्भ में बढ़ती संरक्षणवादी नीतियों के नकारात्मक पहलू के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था अनुमान के मुताबिक तेज रफ्तार से आगे बढ़ेगी।
डेलॉयट की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि घरेलू परिस्थितियों में आया सुधार ग्रोथ के लिहाज से एक सकारात्मक पहलू है और यह ग्रोथ को बढ़ा भी रहा है। साथ ही साल 2018 में इसके लगातार बढ़ते और इस रफ्तार के बने रहने की उम्मीद है। इसके साथ ही दुनिया में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का भारत का रुतबा बरकरार रहेगा।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि जीएसटी और नोटबंदी के प्रभावों को अब कम किया जा रहा है और उपभोग के मामले में घरेलू मांग को लेकर आशावाद का माहौल है और छोटे पैमाने पर कारोबार में पुनरुद्धार हुआ है जिसके परिणामस्वरूप विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) में वृद्धि भी हुई है।
FY19 में भारत की GDP में दिखेगा सुधार, विश्व बैंक ने लगाया अनुमान
विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ अनुमान 7.3 रखा है। वहीं इससे अगले वित्त वर्ष यानि कि 2019-20 के लिए यह अनुमान 7.5 फीसद का रखा है। विश्व बैंक की छमाही प्रकाशन जिसका नाम ‘इंडिया डेवेलप्मेंट अपडेट’ है उसमें उम्मीद जताई गई है कि 31 मार्च को खत्म होने वाले वित्त वर्ष में ग्रोथ रेट 6.7 फीसद रह सकती है।