Move to Jagran APP

RBI द्वारा प्रस्तावित डिजिटल मुद्रा से ट्रांजैक्शन में आएगी तेजी और कैश कास्ट होगी कम: डेलॉइट

डेलॉयट ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आरबीआई द्वारा प्रस्तावित केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) ट्रांजैक्शन की गति में सुधार और कैश कास्ट को कम करने में एक अहम भूमिका निभाएगी।

By Sarveshwar PathakEdited By: Published: Thu, 10 Mar 2022 03:53 PM (IST)Updated: Thu, 10 Mar 2022 04:04 PM (IST)
RBI द्वारा प्रस्तावित डिजिटल मुद्रा से ट्रांजैक्शन में आएगी तेजी और कैश कास्ट होगी कम: डेलॉइट
डिजिटल मुद्रा से ट्रांजैक्शन में आएगी तेजी और कैश कास्ट होगी कम

नई दिल्ली, बिज डेस्क। मल्टीनैश्नल प्रोफेश्नल सर्विस नेटवर्क डेलॉयट (Deloitte) ने बुधवार को अपनी एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में डेलॉयट ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रस्तावित केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा लेनदेन की गति में सुधार और कैश कास्ट को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

loksabha election banner

आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए वित्त वर्ष 2022-23 में केंद्रीय बैंक के समर्थन वाली डिजिटल मुद्रा पेश करने की योजना बना रहा है। इस रिपोर्ट में कहा गया कि वित्तीय सेवाओं में नवाचार के रूप में डिजिटल मुद्रा फ्यूचर मनी ट्रांसफर को आकार देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। वहीं, दूसरी ओर विश्वभर में ज्यादातर केंद्रीय बैंक अब अपनी राष्ट्रीय डिजिटल मुद्राओं को पेश करने के मूल्यांकन के विभिन्न चरणों में हैं।

अर्थव्यवस्थाओं में होगा सुधार

मल्टीनैश्नल प्रोफेश्नल सर्विस नेटवर्क डेलॉयट (Deloitte) इंडिया के सदस्य मनीष शाह ने कहा कि डिजिटल मुद्रा यानी सीबीडीसी (Central Bank Digital Currency) लेनदेन के तरीके को बदलने की अपनी क्षमता के कारण घरों, व्यवसायों और अर्थव्यवस्थाओं के लिए अधिक फ्लैक्सिबल, नई और प्रतिस्पर्धी भुगतान प्रणाली बन सकती है। इससे अर्थव्यवस्था में और सुधार हो सकता है। 

ट्रांजैक्शन में आएगी तेजी

मनीष शाह ने कहा कि डिजिटल रुपया की शुरुआत के साथ लेनदेन की इफिसिएंसी में अच्छी वृद्धि होगी और संबंधित लागत में कमी भी आएगी। रिपोर्ट में कहा गया कि सीबीडीसी अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित डिजिटल करेंसी तक पहुंच सुनिश्चित करके भुगतान प्रणाली की दक्षता और प्रभावशीलता को बढ़ा सकती है।

क्या है CBDC ?

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) आगामी वित्त वर्ष में CBDC लॉन्च करेगा। CBDC एक लीगल टेंडर है, जिसे सेंट्रल बैंक एक डिजिटल फॉर्म में जारी करता है। यह कागज में जारी एक फिएट मुद्रा के समान है और किसी भी अन्य फिएट मुद्रा के साथ इंटरचेंजेबल है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट भाषण में डिजिटल करेंसी को लेकर बड़ा ऐलान किया था।है।

वित्त मंत्री के मुताबिक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से डिजिटल रुपी को जारी किया जाएगा। डिजिटल रुपी ब्लॉकचेन समेत अन्य टेक्नोलॉजी (BlockChain Technology) बेस्ड डिजिटली करेंसी होगी। वैसे तो डिजिटल करेंसी का कॉन्सेप्ट नया नहीं है। बिटकॉइन समेत कई डिजिटल या वर्चुअल करेंसी की खरीद-फरोख्त हो रही है। लेकिन डिजिटल रुपी पहली वर्चुअल करेंसी होगी, जिसे आरबीआई की ओर से जारी किया जाएगा और सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) रेग्‍युलेट करेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.