Move to Jagran APP

भारतीय रिजर्व बैंक दिसंबर महीने में ही कर सकता है दरों में कटौती: डीबीएस

वैश्विक अनिश्चितताओं और रुपए में उतार-चढ़ाव को देखते हुए डीबीएस का मानना है कि नीतिगत ब्याज दरों में कटौती के लिए वर्ष 2017 की पहली तिमाही बेहतर समय रहेगा

By Surbhi JainEdited By: Published: Tue, 29 Nov 2016 06:13 PM (IST)Updated: Tue, 29 Nov 2016 06:17 PM (IST)
भारतीय रिजर्व बैंक दिसंबर महीने में ही कर सकता है दरों में कटौती: डीबीएस

नई दिल्ली। वैश्विक अनिश्चितताओं और रुपए में उतार-चढ़ाव को देखते हुए डीबीएस का मानना है कि नीतिगत ब्याज दरों में कटौती के लिए वर्ष 2017 की पहली तिमाही बेहतर समय होगा। लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक दिसंबर महीने में ही दरों में कटौती जैसा कदम उठा सकता है ताकि ग्रोथ को सपोर्ट और अनुकूल महंगाई दर का लाभ उठाया जा सके।

loksabha election banner

डीबीएस का कहना है कि नोटबंदी के कदम के बाद आर्थिक गतिविधियों पर विपरित प्रभाव पड़ना तय है खासकर के खपत, आपूर्ति श्रृंखला और नकदी आधारित अन्य कारोबार प्रभावित होंगे। यह असर इस तिमाही और अगली तिमाही में भी बना रह सकता है।

फर्म ने रिसर्च रिपोर्ट में बताया है कि वैश्विक अनिश्चितताओं और भारतीय रुपए में उतार-चढ़ाव को देखते हुए माना जा रहा है कि नीतिगत ब्याज दरों में कटौती के लिए अगले साल की पहली तिमाही बेहतर समय होगा। लेकिन हो सकता है कि रिजर्व बैंक यह कदम दिसंबर में ही उठा ले ताकि वृद्धि को बल दिया जा सके।

गौरतलब है कि आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति ने बीते महीने नीतिगत ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर 6.25 फीसदी कर दिया था। रिजर्व बैंक द्विमासिक मौद्रिक नीति की अगली समीक्षा 7 दिसंबर को करेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.