जापानी कार डैटसन गो बाजार में, कीमत 4 लाख से कम
नई दिल्ली [जाब्यू]। भारतीय कार बाजार की एक अहम कंपनी बनने की अपनी मंशा को मूर्त रूप देने के लिए जापानी कार कंपनी निशान ने उस ब्रांड पर दांव खेलने का फैसला किया है जिसने तीन दशक उसे यूरोपीय बाजार में स्थापित किया था। हम बात कर रहे हैं निशान की ऐतहासिक डैटसन ब्रांड की। मारुति, होडा सरीखी जापानी कार कंपनियों से काफ
नई दिल्ली [जाब्यू]। भारतीय कार बाजार की एक अहम कंपनी बनने की अपनी मंशा को मूर्त रूप देने के लिए जापानी कार कंपनी निशान ने उस ब्रांड पर दांव खेलने का फैसला किया है जिसने तीन दशक उसे यूरोपीय बाजार में स्थापित किया था।
हम बात कर रहे हैं निशान की ऐतहासिक डैटसन ब्रांड की। मारुति, होडा सरीखी जापानी कार कंपनियों से काफी पीछे छूट चुकी निशान ने डैटसन ब्रांड को फिर से जिंदा करने का फैसला किया है। और इस ब्रांड की दूसरी पारी की शुरुआत भारतीय बाजार से होगी। कीमत चार लाख रुपये से कम रखी जाएगी और फरवरी-मार्च, 2014 से यह भारतीय बाजार में बिक्री के लिए पेश कर दी जाएगी।
आज निशान मोटर कंपनी के प्रेसिडेंट व सीईओ कार्लोस गोसन ने एक भव्य समारोह में डैटसन के नए रूप में लांच करने का ऐलान किया। कंपनी इसे हैचबैक मॉडल में लांच करेगी। इसे डैटसन गो का नाम दिया गया है। कीमत के बारे में गोसन ने बस इतना बताया कि, चार लाख रुपये से कम रखा जाएगा। जाहिर है कि छोटी कार बाजार के मक्का के तौर पर अपनी छवि बना चुके भारत में मारुति, हुंडई, होंडा सरीखी कंपनियों को निशान से कड़ा मुकाबला मिलेगा। डैटसन ब्रांड के तहत भारत में कंपनी तीन मॉडल अगले तीन वषरें में लांच करेगी। इसके अलावा भी कंपनी सात नए मॉडल भारत में अगले तीन से चार वषो के भीतर उतारेगी।
भारत के बाद डैटसन गो को इंडोनेशिया, रूस, दक्षिण अफ्रीका सहित अन्य विकासशील देशों के बाजार में भी उतारा जाएगा। असलियत में निशान की भारतीय रणनीति में डैटसन की भूमिका काफी अहम होगी। गोस्न के मुताबिक अभी भारतीय कार बाजार में निशान की हिस्सेदारी एक फीसद से थोड़ा ज्यादा है। डैटसन के जरिए हम वर्ष 2016 तक अपनी हिस्सेदारी बढ़ा कर 10 फीसद करने का लक्ष्य ले कर चल रहे हैं। कार को भारतीय वातावरण के लिहाज से तैयार किया गया है। शुरुआती मॉडल में 1.2 सीसी का इंजन लगाया जा रहा है।
सनद रहे कि डैटसन ब्रांड की कार ने निशान को एक समय यूरोप की अर्ग्रणी कार कंपनी के तौर पर स्थापित कर दिया था। एक समय डैटसन ब्रांड 190 देशों में बेची जा रही थी। इसे कंपनी ने वर्ष 1986 से बनाना बंद कर दिया है।