70 लाख भारतीयों के डेबिट, क्रेडिट कार्ड के फोन नंबर सहित ईमेल-आईडी लीक
ऑनलाइन और डिजिटल बैकिंग को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। डार्क वेब पर 70 लाख से अधिक भारतीय डेबिट और क्रेडिट कार्ड धारकों के व्यक्तिगत डाटा लीक हुए हैं। एक इंटरनेट सिक्योरिटी रिसर्चर के हवाले से ये जानकारी सामने आई है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। ऑनलाइन और डिजिटल बैकिंग को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। डार्क वेब पर 70 लाख से अधिक भारतीय डेबिट और क्रेडिट कार्ड धारकों के व्यक्तिगत डाटा लीक हुए हैं। एक इंटरनेट सिक्योरिटी रिसर्चर के हवाले ने ये जानकारी दी है। लीक हुई जानकारी में यूजर्स के नाम, फोन नंबर, ईमेल पते, नियोक्ता फर्म और वार्षिक आय आदि तक शामिल हैं। सिक्योरिटी रिसर्चर राजशेखर राजाहरिया ने ये दावा किया है। करीब 2GB का डाटाबेस लीक हुआ है जिसमें यह बताया गया है कि यूजर्स का खाता किस प्रकार का है और उन्होंने मोबाइल अलर्ट पर इसे स्विच किया है या नहीं।
राजाहरिया ने बताया कि ये डाटा 2010 और 2019 के बीच का है, यह डाटा हैकर्स और स्कैमर के लिए बहुत फायदेमंद है। उन्होंने कहा, 'चूंकि यह वित्तीय डाटा है, इसलिए ये हैकर्स और स्कैमर के लिए बहुत फायदेमंद है। वे इसकी मदद से वे यूजर्स को लेकर कई तरह के हमले कर सकते हैं।' उन्होंने बताया कि लीक हुए डिटेल में कार्ड नंबर शामिल नहीं थे।
राजाहरिया ने बताया कि थर्ड पार्टी के माध्यम से ये लीक हुई होगी जिसे बैंक ने क्रेडिट डेबिट कार्ड बेचने के लिए अनुबंधित किया होगा। उन्होंने कहा कि लगभग पांच लाख कार्ड धारकों के पैन नंबर भी लीक हुए डेटा में शामिल थे। हालांकि, 70 लाख यूजर्स का डाटा वास्तविक था या नहीं इस साफ नहीं हो पाया है। राजाहरिया ने आशंका जताई कि किसी ने डार्क वेब पर इस डाटा / लिंक को बेचा और बाद में ये सार्वजनिक हो गया। वित्तीय डेटा इंटरनेट पर सबसे महंगा डाटा है।